हर दिन तस्वीर बदल रही है मोदी के आदर्श गांव जयापुर की
एक वह दौर था जब जयापुर गांव में न मुकम्मल रास्ते थे न गरीबों को रहने के वास्ते छत, बैंक था न ही पोस्ट ऑफिस। मगर वक्त बड़ा बलवान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के इस गांव को जैसे ही गोद लिया, विकास के रास्ते खुद ब
वाराणसी। एक वह दौर था जब जयापुर गांव में न मुकम्मल रास्ते थे न गरीबों को रहने के वास्ते छत, बैंक था न ही पोस्ट ऑफिस। मगर वक्त बड़ा बलवान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के इस गांव को जैसे ही गोद लिया, विकास के रास्ते खुद ब खुद खुलते चले गए। अब हर दिन बदल रही जयापुर की तस्वीर। आज इस गांव पर सभी की नजरें हैं। यह सब बिना किसी सरकारी बजट के जनसहभागिता से संभव हुआ है।
वनवासी बस्ती में मॉडल आवास
जयापुर के वनवासी बस्ती के लोग शायद कभी यह सोचे भी नहीं होंगे कि उनके सिर पर भी एक छत होगी, वह भी आधुनिक तकनीक से लैस। महाराष्ट्र की फूड कंपनी ने वनवासियों के लिए आवास का निर्माण कराया। एक कमरे के इस आवास में रसोई, स्नान व शौचघर के साथ ही छोटा आंगन भी है। बिजली के लिए सोलर लाइट की व्यवस्था।
आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण
गांव में आंगनबाड़ी भवन का निर्माण शुरू हो चुका है। इस वक्त आंगनबाड़ी प्राथमिक विद्यालय में संचालित है। यूनियन बैंक द्वारा उसे गोद लेने के बाद आंगनबाड़ी भवन का कायाकल्प हो गया। फर्श पर टाइल्स व सीलिंग फैन, सोलर लाइट से भवन जगमग हो गया।
बायो टॉयलेट
गांव वाले बायो टॉयलेट को लेकर काफी खुश हैं। सार्वजनिक स्थानों पर कुल सोलह टॉयलेट बनने हैं जिनमें से आठ बन चुके हैं, बाकी निर्माण प्रक्रिया में हैं।
दरवाजे पर बैंक
पांच माह पूर्व तक ग्रामीणों को चार किलोमीटर तय कर जक्खिनी बाजार तक जाना पड़ता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। पीएम ने सात नवंबर 2014 को जयापुर गांव को गोद लिया और दो दिन बाद यहां यूनियन बैंक की शाखा खुल गई। यूनियन बैंक ने 30 महिलाओं को सिलाई की ट्रेनिंग देकर उन्हें 50 हजार रुपये ऋण मुहैया कराया है। गांव में सिंडिकेट बैंक व स्टेट बैंक की शाखा भी खुल चुकी हैं।
पेयजल
गांव में पेयजल की व्यवस्था बेहतर हो इसके लिए बोरिंग का काम शुरू चुका है।
बस स्टॉप व डाकघर
ग्रामीणों को बस पर सवार होने के लिए अब दो से तीन किलोमोटर की दूरी तय नहीं करनी होगी। बस उनके दरवाजे तक पहुंचेगी। बस ठहराव के लिए स्टॉप निर्माण का कार्य तकरीबन पूरा हो चला है। गांव में डाकघर खुल जाने से ग्रामीणों को काफी राहत मिली।
पांच माह में बहुत कुछ मिला
-सत्तर सोलर लाइट
-तीन बैंक शाखाएं
-एक डाकघर
-सार्वजनिक स्थानों पर बैठने को 50 बेंच
-बस स्टाप
-पचास हैंडपंप
-दर्जनभर टी-गार्ड
एक नजर में जयापुर
-गांव करीब चार सौ साल पुराना
-आबादी लगभग 4000
-जीविका मुख्य रुप से खेतीबाड़ी।
छह माह में पूरा बदल जाएगा जयापुर
दिल्ली से आए आला अफसरों ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांसद आदर्श गांव जयापुर का दौरा किया। पीएमओ के प्रमुख सचिव नृपेंद्र मिश्र व संयुक्त सचिव एके शर्मा संग कई बड़े अधिकारी जयापुर पहुंचे। इस दौरान अफसरों ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि छह माह में गांव की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। इसके लिए विकास की योजनाओं का खाका खींचा जा चुका है। इस दौरान गांव की कामकाजी महिलाओं को राजा तालाब बाजार तक ले जाने के लिए 12 सीट के वाहन का लोकार्पण भी किया गया, जिसका प्रबंध गुजरात की एक कंपनी ने किया है।
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