मोदी सरकार कोरोना वैक्सीन की खरीदारी और वितरण के लिए पैसे की नहीं होने देगी कमी
फाइजर द्वारा विकसित वैक्सीन को -15 डिग्री तापमान में स्टोर करने की बाध्यता से भारत की तरफ से फाइजर को अभी कोई ऑर्डर नहीं दिया गया है। भारत के पास काफी कम तापमान पर स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन की खरीदारी और उसके वितरण को लेकर वित्तीय इंतजाम में सरकार पूरी तरह से जुट गई है। इस मामले में हाल ही में वित्त मंत्रालय में सचिव स्तर की बैठक भी की गई है।
वैक्सीन की खरीदारी और वितरण के लिए पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी: वित्त मंत्रालय
वित्त मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक वैक्सीन की खरीदारी और वितरण के लिए पैसे की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय कोरोना वैक्सीन की खरीदारी के लिए पर्याप्त राशि के इंतजाम को लेकर सरकार को पहले ही आश्वस्त कर चुका है। हालांकि अभी कोरोना वैक्सीन की खरीदारी के मद में निश्चित राशि का आवंटन नहीं किया गया है। कोरोना की वजह से सरकार के बढ़ते कर्ज एवं खर्च को देखते हुए पूर्व में वैक्सीन की खरीदारी के लिए पर्याप्त राशि को लेकर सवाल उठाए गए थे।
फाइजर को अभी ऑर्डर नहीं दिया गया, -15 डिग्री तापमान में स्टोर करने की बाध्यता
सूत्रों के मुताबिक फाइजर कंपनी द्वारा विकसित वैक्सीन की खरीदारी के लिए सरकारी स्तर पर बातचीत भी शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक फाइजर इस बात को लेकर आश्वस्त होना चाहता है कि भारत कितनी मात्रा में वैक्सीन की खरीदारी करेगा, लेकिन फाइजर द्वारा विकसित वैक्सीन को -15 डिग्री तापमान में स्टोर करने की बाध्यता से भारत की तरफ से फाइजर को अभी कोई ऑर्डर नहीं दिया गया है।
भारत के पास कम तापमान पर स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध नहीं
भारत के पास काफी कम तापमान पर स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसलिए भारत इस खरीदारी को लेकर बहुत उत्सुक नहीं है। सूत्रों के मुताबिक फाइजर ने सरकार के समक्ष वैक्सीन को भारत तक पहुंचाने और उसे लगाने में अपनी सहायता देने का पूरा खाका रखा है। सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार कोरोना के लिए विकसित होने वाले सफल वैक्सीन का निर्माण भारत में ही करना चाहती है। अन्य वैक्सीन के निर्माण में भारत की बड़ी हिस्सेदारी है।