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वायुसेना प्रमुख की चयन प्रक्रिया पर एयर मार्शल ने चिंता जताई

मोदी सरकार आते ही एयर चीफ मार्शल पद के दावेदारों के बीच खलबली मची हुई है। सभी अपना हिसाब लगाने के लिए जुट गए हैं। किसे पद मिलेगा यह तय मोदी की टीम करेगी

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Fri, 19 Jul 2019 07:27 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jul 2019 07:44 PM (IST)
वायुसेना प्रमुख की चयन प्रक्रिया पर एयर मार्शल ने चिंता जताई
वायुसेना प्रमुख की चयन प्रक्रिया पर एयर मार्शल ने चिंता जताई

नई दिल्ली, एएनआइ। एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा के रिटायरमेंट से पहले ही अगले वायुसेना प्रमुख की नियुक्ति के लिए तैयारी शुरू हो गई है। मोदी सरकार से पहले नियुक्तियां वरिष्ठता  के आधार पर होती थी। लेकिन, अब देश का निजाम बदला तो सारी परप‍ाटी भी बदलती जा रही हैं। ऐसे में दावेदारों में खलबली है कि कहीं मेरिट के नाम पर उनका दावा फेल न हो जाए। इसको लेकर एक वरिष्ठ एयर मार्शल ने  रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अफसर से मुलाकात कर अपनी बात रखी। बहरहाल अब जो तय होगा यह तो समय बताएगा। 

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तीस सितंबर को रिटायर होंगे धनोआ
एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ के 30 सितंबर को सेवानिवृत्ति होंगे।  इससे पहले ही मौजूदा केंद्र सरकार ने अगले वायुसेना प्रमुख की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रक्षा मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि वायुसेना के एक एयर मार्शल ने हाल ही में रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अफसर से मुलाकात की है। वह इस बात से परेशान हैं कि सरकार इस मामले में उत्तराधिकार के क्रम के हिसाब से नहीं चल रही है। जिस वायुसेना अफसर ने यह चिंता जताई है वह यूपीए कार्यकाल की नीतियों के हिसाब से उत्तराधिकार के क्रम में वरिष्ठतम है। यह अफसर भारतीय वायुसेना के पांच वरिष्ठतम अफसरों में से एक है। 

यूपीए सरकार में वरिष्ठता  के आधार पर होती थी नियुक्ति 
 यूपीए सरकार के कार्यकाल (2004 से 2014) में सेना प्रमुखों की नियुक्ति वरिष्ठ कमांडर इन चीफ की रैंक के अधिकारियों की वरिष्ठता के आधार पर ही होती थी। यह वरिष्ठता उनकी जन्मतिथि और सेवाओं से तय की जाती थी।

मोदी सरकार ने पलट दिया हिसाब
नरेंद्र मोदी की सरकार के सत्ता में आने के बाद से नियुक्तियां किसी व्यक्ति की उपलब्धियों और मेरिट के आधार पर होने लगी हैं। सैन्य सेवाओं के लिए वरिष्ठता के सिद्धांत के साथ ही सेवा की गुणवत्ता का भी ख्याल रखा जाता है। भारत सरकार ने दिसंबर 2016 में भारतीय सेना प्रमुख की नियुक्ति के समय भी अपनाई थी। यही प्रक्रिया इसी साल मई में नौसेना प्रमुख के लिए भी अपनाई गई। ऐसे में कुछ दावेदारों को यूपीए सरकार के नियमों की याद आ रही है। कुछ अपना हिसाब लगाने में जुटे हुए हैं। 

वायुसेना प्रमुख के लिए नाम चयन समिति को भेजे गए
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार अगले वायुसेना प्रमुख की नियुक्ति की प्रक्रिया नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरा कार्यकाल शुरू होते ही शुरू हो गई थी। पैनल अफसरों समेत वरिष्ठतम अधिकारियों के नाम कैबिनेट की चयन समिति को भेजे जा चुके हैं। रक्षा मंत्रालय इस सिलसिले में फाइलों पर काम कर रही है और वह जल्द ही इसे चयन समिति के पास भेज देगी।


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