महामारी से निपटने के लिए मॉडल तैयार, मरीजों की संख्या से जरूरतों का पूर्वानुमान बताएगा
इटली और न्यूयॉर्क से सबक ले जेएनसीएएसआर के वैज्ञानिकों ने किया तैयार।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना संक्रमण काल में पैदा चुनौतियों से निपटने की कोशिश में हर कोई जुटा है। बेंगलुरु के जवाहर लाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (जेएनसीएएसआर) ने महामारी से निपटने के लिए पूर्वानुमान लगाने वाला ऐसा मॉडल तैयार किया है जो महामारी के समय पूर्व सूचना देकर आवश्यकताओं के बारे में बताएगा। वह बताएगा कि कितने मरीजों और किस तरह के मरीजों की चिकित्सा के लिए कौन-कौन सी चीजों की जरूरत होगी।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करने वाले इस संस्थान ने इटली और न्यूयॉर्क में महामारी के चरम के दौरान संक्रमितों की संख्या और उनकी मौत के आकलन के लिए बनाए गए मॉडल का अध्ययन करने के बाद भारत के लिए मॉडल तैयार किया है। प्रयोग में देखा गया है कि पूर्वानुमान काफी हद तक सही निकले और स्थिति से निपटने में काफी कारगर साबित हुए।
भारत में संक्रमण और उससे होने वाली मौतों के आंकड़ों से पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा कि अस्पतालों में कितनी मात्रा में किन उपकरणों और दवाओं की जरूरत होगी। बीमारी जानने के लिए होने वाले परीक्षण से लेकर सघन चिकित्सा की जरूरतों के बारे में सही पूर्वानुमान बताया जा सकेगा। आबादी के हिसाब से परीक्षण और परीक्षणों के परिणाम के आधार पर मरीजों की संख्या का सही आकलन प्रस्तुत किया जा सकेगा। इससे महामारी से होने वाली मौतों को कम किया जा सकेगा। साथ ही अस्पतालों की सुविधाएं सुचारु रखी जा सकेंगी। कम चिकित्साकर्मियों का भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो सकेगा।
भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में अब तक कोरोना के 18 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और 38 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रलाय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 52 हजार 972 मामले सामने आ गए हैं और 771 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान तीन लाख 81 हजार 037 सैंपल टेस्ट भी हुए। लगातार पांचवें दिन कोरोना के 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
देश में अब तक कोरोना के 18 लाख तीन हजार 696 मामले सामने आ गए हैं। इनमें पांच लाख 79 हजार 357 एक्टिव केस हैं। वहीं 11 लाख 86 हजार 203 मरीज ठीक हो गए और 38 हजार 135 मरीजों की मौत हो गई है। रिकवरी रेट 65.77 फीसद और मत्यु दर 2.11 फीसद है। देशभर में अब तक कुल दो करोड़ दो लाख दो हजार 858 सैंपल टेस्ट हुए हैं।