मिजोरम ने असम से अपनी सेना वापस लेने का किया फैसला
मिजोरम सरकार ने असम के क्षेत्र से अपनी सेनाओं को बाहर निकालने पर सहमति व्यक्त की है। बैठक में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव सत्येंद्र कुमार गर्ग गृह सचिव मिजोरम पीआई लालबाईकांशी और गृह सचिव असम ज्ञानेंद्र देव त्रिपाठी ने भाग लिया।
सिलचर, पीटीआइ। मिजोरम सरकार ने असम के क्षेत्र से गृह सचिव, असम के गृह सचिव, ज्ञानेंद्र देव त्रिपाठी के अनुरोध पर अपनी सेनाओं को बाहर निकालने पर सहमति व्यक्त की है। बुधवार को आयोजित बैठक में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (उत्तर पूर्व के प्रभारी) सत्येंद्र कुमार गर्ग, गृह सचिव मिजोरम पीआई लालबाईकांशी, और गृह सचिव, असम, ज्ञानेंद्र देव त्रिपाठी ने भाग लिया।
त्रिपाठी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वर्तमान स्थिति के मद्देनजर, हमने मिजोरम सरकार से असम की सेना को वापस बुलाने का अनुरोध किया, जिसे उन्होंने तैनात किया था। मिजोरम सरकार हमारे अनुरोध पर सहमत हो गई है। इसलिए, बलों की तैनाती की समस्या का समाधान किया गया है।
असम सरकार के अधिकारी ने कहा कि बलों से वहां से जल्द ही वापस बुलाया जाएगा। इस बीच, संयुक्त सचिव, एमएचए गर्ग ने बैठक को फलदायी करार दिया। इसके अलावा, त्रिपाठी ने कहा कि दोनों पक्षों ने अशांत क्षेत्रों में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए बैठकें कीं और कहा कि सीमा से लगे मिजोरम में असम में फंसे आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले ट्रकों की आवाजाही शुरू करने की कोशिश की जा रही है।
इससे पहले, शांति और शांति वापस लाने के लिए और शनिवार की रात भड़की सीमा के बाद असम की सीमा पर फंसे ट्रकों और वाहनों को वापस लाने के लिए अंतरराज्यीय सीमा के करीब लायलपुर में गृह सचिव स्तर की वार्ता हुई।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को सीमा विवाद को लेकर चल रहे गतिरोध पर असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के साथ फोन पर बातचीत की थी। इसके बाद ही असम सीमा से अपनी तैनात पुलिस फोर्स को वापस लेने का फैसला लिया है।