एआइ तकनीक कम करेगी कैंसर दवाओं की खुराक
एआइ सिस्टम में ‘सेल्फ लर्निंग’ तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। प्रयोग के दौरान एआइ की वजह से मरीजों को दी जा रही खुराक लगभग आधी हो गई। ट्यूमर का आकार भी घट गया।
नई दिल्ली [प्रेट्र]। अमेरिका के मैसाच्युसेट्स ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने नई आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक विकसित की है जो ब्रेन कैंसर के इलाज के दौरान दवाओं की खुराक कम करने में मददगार हो सकती है। मस्तिष्क या मेरुदंड में होने वाले ग्लियोब्लास्टमा ट्यूमर के इलाज के लिए मरीज को रेडिएशन थेरेपी के साथ हर महीने कई दवाइयां भी खानी पड़ती हैं। ट्यूमर को कम करने के लिए चिकित्सक दवाओं की सबसे सुरक्षित खुराक देने की कोशिश करते हैं। बावजूद इसके मरीजों पर उसका साइड इफेक्ट हो जाता है। यह तकनीक इस बात को सुनिश्चित करती है कि मरीज को सही खुराक मिले और उसका कोई साइड इफेक्ट ना है।
एआइ सिस्टम में ‘सेल्फ लर्निंग’ तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यह पहले मरीजों को दी जा रही खुराकों का अध्ययन करता है। कुछ दिनों बाद यह सिस्टम खुद ही सबसे ज्यादा असरकारक और प्रभावी खुराक तय कर लेता है। 50 मरीजों पर इसका इस्तेमाल किया गया। प्रयोग के दौरान एआइ की वजह से मरीजों को दी जा रही खुराक लगभग आधी हो गई। ट्यूमर का आकार भी घट गया।