मीसा का पलटवार, कहा- मेरा सामना नहीं करना चाहते थे चाचा जी
रामकृपाल यादव के राजद के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद पलटवार करती हुआ पाटलीपुत्र से राजद की उम्मीदवार व लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती ने भी अपनी व्यथा बयां की। मीसा ने बताया कि उन्हें इस बात का बहुत अफसोस है कि उन्होंने मेरी भावनाओं को इमोशनल अत्याचार कहा।
नई दिल्ली। रामकृपाल यादव के राजद के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद पलटवार करती हुआ पाटलीपुत्र से राजद की उम्मीदवार व लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती ने भी अपनी व्यथा बयां की। मीसा ने बताया कि उन्हें इस बात का बहुत अफसोस है कि उन्होंने मेरी भावनाओं को इमोशनल अत्याचार कहा।
मीसा ने शुक्रवार को घटे पूरे घटनाक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब मैं उनके घर पहुंची तो वे मीडियाकर्मियों से बातें कर रहे थे लेकिन मुझे देखते ही अंदर चले गए। चाचा जी मेरा सामना करना नहीं चाह रहे थे। मैं उनके घर में पांच से छह घंटे बैठी रही लेकिन न तो उनका कोई संदेश आया और न उनका कोई फोन आया। वहां बहुत से प्रेस वाले थे, उन्होंने पूछा कि आप यहां क्यों आई हैं, क्या आपके पिताजी ने भेजा है? इसपर मैंने कहा कि मुझे किसी ने नहीं भेजा है। यहां मैं अपने मन से आई हूं। साथ ही मैंने यह भी कहा कि अगर वे पाटलिपुत्र से लड़ना चाह रहे हैं तो मैं उम्मीदवारी छोड़ने को तैयार हूं।
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मीसा ने कहा कि रामकृपाल ने शुक्रवार रात कहा कि मीसा बेटी एक ऑफर लेकर आई थी। मैं उस ऑफर को स्वीकार करता हूं, मुझे सीट की कोई लालसा नहीं है। लेकिन अब कह रहे हैं कि मैं वहां इमोशनल अत्याचार करने गई थी। मीसा ने कहा कि आज मैंने उनसे कोई संपर्क नहीं किया। यहां जब पहुंची तो पता चला कि वे प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं। चाचा से यह उम्मीद नहीं थी कि वे मेरी भावनाओं को इस तरह से रखेंगे।