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बालाकोट एयरस्ट्राइक की फ्लाइट कंट्रोलर ने बताया कैसे खदेड़े थे पाकिस्तानी विमान

स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने बताया कि बालाकोट एयरस्‍ट्राइक के बाद पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने कार्रवाई करने की कोशिश की लेकिन हमारे विमानों की तैनाती से वे डरकर भाग गए थे।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 15 Aug 2019 04:06 PM (IST)Updated: Thu, 15 Aug 2019 04:59 PM (IST)
बालाकोट एयरस्ट्राइक की फ्लाइट कंट्रोलर ने बताया कैसे खदेड़े थे पाकिस्तानी विमान
बालाकोट एयरस्ट्राइक की फ्लाइट कंट्रोलर ने बताया कैसे खदेड़े थे पाकिस्तानी विमान

नई दिल्‍ली, एएनआइ। बालाकोट एयरस्‍ट्राइक में उड़ान नियंत्रक की भूमिका निभाने वाली भारतीय वायुसेना की स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने गुरुवार को बड़े खुलासे किए। उन्‍होंने कहा कि भारत के एक्‍शन के बाद पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने कार्रवाई करने की कोशिश की लेकिन हमारे विमानों की तैनाती को देखकर वह डरकर भाग गए थे। उन्‍होंने अपने साक्षात्‍कार में बताया कि जब उन्हें पता चला कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्‍तान के एफ-16 विमान को मार गिराया है तो उन्हें काफी खुशी हुई थी।

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मिंटी अग्रवाल ने कहा, 'मैंने 26 फरवरी और 27 फरवरी को भारतीय वायुसेना के दोनों अभियानों में हिस्‍सा लिया था। विंग कमांडर अभिनंदन जब अपने विमान के साथ हवा में थे तब वह एयर कम्यूनिकेशन के जरिए हमारे संपर्क में थे। मैं उनमें से एक थी जो उन्‍हें आसमान की परिस्थितियों की पल पल की जानकारी दे रही थी। मैंने ही उन्‍हें दुश्‍मन के विमानों की स्थिति के बारे में अवगत कराया था। अभिनंदन ने लड़ते हुए पाकिस्‍तानी एफ-16 विमान को मार गिराया था। हमारी सीमा में दुश्‍मन के कई विमान थे और हमारे विमान हर ओर से उन पर हमला कर रहे थे।'

की स्क्वाड्रन लीडर मिंटी ने बताया कि 26 फरवरी को हमने बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को सफलतापूर्वक ध्‍वस्‍त किया था। हम पाकिस्‍तान की ओर से अपेक्षित जवाबी कार्रवाई को लेकर पूरी तरह तैयार थे। उन्‍होंने 24 घंटे के भीतर ही जवाबी कार्रवाई की। पाकिस्‍तानी विमान भारतीय क्षेत्र में तबाही मचाने के इरादे से आए थे लेकिन हमारे दिलेर पायलटों, नियंत्रकों और टीम की योग्‍यता के कारण उन्‍हें वापस भागना पड़ा। जब मुझे पता चला कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्‍तान के एफ-16 विमान को मार गिराया है तो मैं काफी खुशी थी।  

बता दें कि 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में आत्मघाती आतंकी हमला हुआ था जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्‍तान के बालाकोट में एयरस्‍ट्राइक की थी और आतंकियों के शिविरों को ध्‍वस्‍त कर दिया था। भारतीय वायुसेना की कार्रवाई से पाकिस्‍तानी सेना में भारी बौखलाहट थी। इसके बाद पाकिस्‍तान की वायुसेना ने 24 घंटे के भीतर ही 27 फरवरी को अपने एफ-16 विमानों को भारतीय क्षेत्र में रवाना किया था।

बाद में भारतीय वायुसेना ने करारा पलटवार करते हुए पाकिस्‍तानी एफ-16 विमानों का पीछा किया। भारतीय विंग कमांडर ने अपने विमान मिंग-21 से एक पाकिस्‍तानी एफ-16 को ढेर कर दिया था। पाकिस्‍तानी विमानों का पीछा करते हुए विंग कमांडर दुश्‍मन के इलाके में दाखिल हो गए थे जिसके बाद उनका विमान क्रैश हो गया था। पाकिस्‍तानी सैनिकों ने अभिनंदन को पकड़ लिया था लेकिन भारत और अंतरराष्‍ट्रीय दबाव के चलते पाकिस्‍तान को भारतीय पायलट अभिनंदन को सकुशल वापस करना पड़ा था। 

ज्ञात हो कि पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्‍ट्राइक करने वाले जाबांज पायलटों को भारत सरकार ने वीरता पदक देने की घोषणा की है। सम्मानित होने वालों में वायुसेना की स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल भी शामिल हैं। उन्‍होंने बताया कि वह इस पदक को पाकर वह बहुत गौरवान्वित महसूस कर रही है। मिंटी भारतीय वायुसेना में ग्राउंड कंट्रोल टीम का हिस्सा हैं और फाइटर कंट्रोलर के तौर पर काम करती हैं। वह आसमान में पल पल की हरकत पर नजर रखती हैं और यह जानकारी लड़ाकू विमान उड़ा रहे पायलटों तक पहुंचाती हैं ताकि वह सही वक्‍त पर सही निर्णय ले सकें। 


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