देश के पांच विश्वविद्यालयों में स्थापित होगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर पीठ, शिक्षा मंत्रालय ने दिया प्रस्ताव
आजाद हिंद फौज के संस्थापक और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती को केंद्र सरकार का हरेक मंत्रालय अपने-अपने तरीके से यादगार बनाने में जुटा है। ऐसे में शिक्षा मंत्रालय ने भी एक विस्तृत योजना सौंपी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती को केंद्र सरकार का हरेक मंत्रालय अपने-अपने तरीके से यादगार बनाने में जुटा है। ऐसे में शिक्षा मंत्रालय ने भी एक विस्तृत योजना सौंपी है। इसमें नेताजी के नाम पर पांच विश्वविद्यालयों में पीठ (चेयर्स) स्थापित करने की पेशकश की गई है। वहीं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने भी उनके जीवन और कालखंड पर आनलाइन अध्ययन सामग्री तैयार करने का फैसला किया है, जो छात्रों को पढ़ाया जाएगा।
संस्कृति मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव
शिक्षा मंत्रालय ने यह प्रस्ताव नेताजी की 125वीं जयंती समारोह की नोडल एजेंसी संस्कृति मंत्रालय को भेजा है। इस प्रस्ताव में मंत्रालय ने यह भी बताया है कि वह छात्रों को सैन्य प्रशिक्षण दिलाने की योजना पर भी काम कर रही है। फिलहाल इसको लेकर छह महीने का एक क्रेडिट आधारित कार्यक्रम तैयार कराया जा रहा है, जिसमें सभी छात्रों को रक्षा संस्थानों या फिर अन्य सुरक्षा बलों के साथ जुड़कर इंटर्नशिप करने का मौका दिया जाएगा।
नेताजी के नाम पर स्थापित होगी पीठ
हालांकि इन प्रस्तावों पर कब से काम शुरू होगा, यह नहीं बताया गया है। मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक इसकी तैयारी की जा रही है। इससे साथ ही नेताजी से जुड़े पांच विश्वविद्यालयों के चयन का काम भी किया जा रहा है। इन्हीं पांच विश्वविद्यालयों में नेताजी के नाम पर पीठ स्थापित करने का फैसला लिया गया है। यह पीठ नेताजी से जुड़ी जानकारियों को आने वाली पीढि़यों में आगे बढ़ाने सहित उनसे जुड़े शोध को भी प्रोत्साहित करेंगी।
केंद्र सरकार का फैसला
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने नेताजी के जन्मदिन को हर साल पराक्रम दिवस के रूप में भी मनाने का फैसला किया है। इसके साथ ही उनके 125 वीं जयंती पर साल भर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर प्रधानमंत्री की अगुवाई में एक 85 सदस्यीय कमेटी भी गठित कर रखी है। जो मंत्रालयों के इन प्रस्तावों को अंतिम रूप देगी।