असम में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू के कारण 15,000 से अधिक सुअर मरे: राज्य मंत्री
अफ्रीकी स्वाइन बुखार दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। आज तक 15600 मौतें हुई हैं। मंत्री ने कहा।
गुवाहाटी(असम), एएनआइ। राज्य के पशुपालन मंत्री अतुल बोरा ने मंगलवार को कहा कि असम में अफ्रीकी सूअर बुखार के कारण 15,000 से अधिक सुअर मारे गए हैं। बोरा ने एएनआई को बताया, 'अफ्रीकी स्वाइन बुखार दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। आज तक 15,600 मौतें हुई हैं।' मंत्री ने कहा कि सरकार ने सुअर पालनकर्ताओं को राहत देने के लिए राज्य में पोर्क उत्पादों की बिक्री और उपभोग में कुछ छूट देने का फैसला किया है।
15 दिनों पहले पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग के प्रवक्ता ने बताया था कि यह संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है। यह बीमारी असम में नौ जिलों में फैल चुका है जिससे इन इलाकों में सूअरों की मौत हो रही है। इस बीमारी ने पशुपालक किसानों की आजीविका को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है। आपको बता दें कि प्रवक्ता के बयान तक राज्य में 13 हजार से ज्यादा सूअरों की मौत हो गई थी।
असम में पहली बार इस साल वर्ष फरवरी में यह बीमारी सामने आई थी। शुरुआत में तो राज्य के छह जिलों डिब्रूगढ़, शिवसागर, जोरहाट, धेमाजी, लखीमपुर और बिश्वनाथ में बीमारी फैलने की बात सामने आई थी लेकिन अब यह कई और जिलों में फैल गई है।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पशु चिकित्सा एवं वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे सूअरो को इन जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research, ICAR) के राष्ट्रीय सूअर अनुसंधान केंद्र (National Pig Research Centre, NPRC) के साथ मिलकर काम करें। फिलहाल असम सरकार ने सूअरों को तुरंत नहीं मारने का फैसला किया था। यही नहीं इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए वैकल्पिक उपायों को आजमाने पर जोर दिया जा रहा है।
बता दें कि असम में कोरोना वायरस का भी प्रकोप जारी है। यहां अब तक 683 मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें से केवल 63 लोग ही ठीक हो पाए हैं। 613 लोगों का इलाज जारी है। फिलहाल राज्य में 4 लोगों की मौत हो चुकी है।