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कश्मीर में पुलवामा जैसी घटना रोकने के लिए सीआरपीएफ के लिए खरीदे जा रहे बारूदी सुरंग रोधी वाहन

सीआरपीएफ ने कश्मीर घाटी में अपने सैनिकों के काफिले की सुरक्षा तय करने के लिए बुलेटप्रूफ वाहन (एमपीवी) और 30 सीटर छोटी बसों के एक नए बेड़े की खरीद की है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 05:40 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 11:39 PM (IST)
कश्मीर में पुलवामा जैसी घटना रोकने के लिए सीआरपीएफ के लिए खरीदे जा रहे बारूदी सुरंग रोधी वाहन
कश्मीर में पुलवामा जैसी घटना रोकने के लिए सीआरपीएफ के लिए खरीदे जा रहे बारूदी सुरंग रोधी वाहन

नई दिल्ली, प्रेट्र। कश्मीर घाटी में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के लिए नए बारूदी सुरंग रोधी वाहन (एमपीवी) खरीदे जा रहे हैं। ऐसे एक वाहन में करीब छह व्यक्ति यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा जवानों की सुरक्षा के लिए 30 सीटों वाली छोटी बसों को बुलेट प्रूफ बनाया जा रहा है और घाटी में तैनात बल की 65 बटालियनों के लिए बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड्स की संख्या भी बढ़ाने का फैसला किया गया है।

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सीआरपीएफ महानिदेशक आरआर भटनागर ने बताया कि बड़ी बसों पर कवच चढ़ाना मुश्किल होता है क्योंकि वजन बढ़ने से उसके इंजन की क्षमता पर असर पड़ता है। लेकिन छोटी बसों में यह अपेक्षाकृत आसान होता है। लेकिन ये बसें सिर्फ फायरिंग से ही जवानों की सुरक्षा कर पाएंगी, पुलवामा जैसे हमले में ये कारगर नहीं होंगी।

साथ ही कश्मीर में तैनात हर सीआरपीएफ बटालियन को बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड उपलब्ध कराए जाएंगे, जिन बटालियनों में ये पहले से हैं उनमें कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके लिए पुणे स्थित आइईडी एजुकेशन स्कूल में सीटों की संख्या बढ़ा दी गई है ताकि वहां ज्यादा से ज्यादा कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके।

पुलवामा जैसे हमले से बचाव के लिए नया कान्वॉय मूवमेंट प्रोसीजर भी अधिसूचित किया गया है। इसमें जवानों की आवाजाही के दौरान नागरिक वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध और ठहराव स्थलों में लगातार बदलाव शामिल है।

सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल आर आर भटनागर ने कहा कि बुलेट प्रूफ गाड़ियां खरीदी जा रही हैं, लेकिन यह लंबी प्रक्रिया है। सरकार इस प्रक्रिया को तेज करने की कोशिश में जुटी है। 


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