जासूसी मामले में गृह मंत्रालय का अधिकारी गिरफ्तार
जयपुर [जागरण संवाददाता]। राजस्थान पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के विदेश विभाग में कार्यरत एक अधिकारी को पाकिस्तानी जासूस से संबंध होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। चतुर्थ श्रेणी के अधिकारी सुरेंद्र कुमार पर आरोप है कि उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम करने वाले सुमेर खान नाम के जासूस को सैन्य गतिविधियों से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं मुहैया कराई। राजस्थान के पोखरण से 24 फरवरी को सुमेर खान को उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब वह हालिया वायुसेना के युद्धाभ्यास 'आयरन फीस्ट' से जुड़ी सामरिक महत्व की सूचनाएं आइएसआइ को भेज रहा था।
जयपुर [जागरण संवाददाता]। राजस्थान पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के विदेश विभाग में कार्यरत एक अधिकारी को पाकिस्तानी जासूस से संबंध होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। चतुर्थ श्रेणी के अधिकारी सुरेंद्र कुमार पर आरोप है कि उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम करने वाले सुमेर खान नाम के जासूस को सैन्य गतिविधियों से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं मुहैया कराई। राजस्थान के पोखरण से 24 फरवरी को सुमेर खान को उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब वह हालिया वायुसेना के युद्धाभ्यास 'आयरन फीस्ट' से जुड़ी सामरिक महत्व की सूचनाएं आइएसआइ को भेज रहा था।
राजस्थान पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक दलपत सिंह दिनकर ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्रालय के अधिकारी सुरेंद्र कुमार से सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त दल ने आरंभिक पूछताछ की, इसके बाद उसे सोमवार रात को गिरफ्तार किया गया। सुरेंद्र कुमार और सुमेर खान को पुलिस ने मंगलवार को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। सुरेंद्र कुमार को नोटिस देकर पूछताछ के लिए रविवार को दिल्ली से जयपुर बुलाया गया था।
दलपत सिंह के मुताबिक, अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने पाकिस्तानी जासूस सुमेर खान को सीमा पर सैन्य गतिविधियों की सूचनाएं उपलब्ध कराई। सुमेर की कॉल डिटेल में दोनों की बातचीत की पुष्टि हुई है। सुमेर खान ने 22 फरवरी को पोखरण में हुए युद्धाभ्यास 'आयरन फीस्ट' से जुड़ी सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ को भेजी थीं।
सुमेर खान गृह मंत्रालय से सुरेंद्र कुमार के जरिये कई दस्तावेज हथिया कर आइएसआइ को भेज चुका है। अगले कुछ दिनों में विदेश मंत्रालय के और कर्मचारियों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। सुरेंद्र कुमार पर कुछ लोगों का वीजा बनवाने में भी सुमेर खान की मदद करने का आरोप है।
सुमेर खान युवाओं को भारत से खुफिया सूचनाएं आइएसआइ को भेजने के लिए ट्रेनिंग देता था। साथ ही अल्पसंख्यक युवाओं में जिहाद की भावना भड़काने का भी काम करता था। इस काम के लिए उसे हर माह मोटी रकम मिलती थी, जिसे वह जासूसी में सहयोग करने वाले अधिकारियों और युवाओं में बांटता था।
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