Yellow Weather Warning: मौसम विभाग का अलर्ट, जानें- इसका मतलब और खतरों के बारे में
Yellow Weather Warning मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए इससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की है। इस सप्ताहंत तीन दिन तक मौसम खराब रहेगा।
नई दिल्ली, पीटीआई। मौसम विभाग ने इस सप्ताहंत के लिए Yellow Weather Warning जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह के अंत में हिमाचल प्रदेश में दो-तीन दिन मौसम बेहद खराब हो सकता है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि मौसम विभाग की Yellow Weather Warning का मतलब क्या होता है और ये आम जनजीवन के लिए कितनी खतरनाक होती है?
मालूम हो कि पिछले सप्ताह ही Cyclone Fani की वजह से कई राज्यों में हाई अलर्ट घोषित किया गया था। इस दौरान फणि तूफान की वजह से ओडिशा समेत कई राज्यों में भारी तबाही और जान-माल के नुकसान का सामाना करना पड़ा था। ऐसे में मौसम विभाग की ताजा चेतावनी को लेकर लोगों में काफी जिज्ञासा है। लोग पहले से ही मौसम से निपटने और इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करने में जुटे हुए हैं।
मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि इस सप्ताहंत में मौसम का मिजाज परेशान कर सकता है। मौसम विभाग के अनुसार इन दो दिन में हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश और आंधी आने का अनुमान है। इसका असर दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य पड़ोसी राज्यों पर भी पड़ेगा। इस दौरान कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है।
मौसम विभाग के शिमला केंद्र ने मंगलवार शाम ताजा Yellow Weather Warning जारी करते हुए हिमाचल प्रदेश में 10 और 11 मई को तेज बारिश और आंधी की आशंका जताई है। विभाग के अनुसार शुक्रवार और शनिवार को हिमाचल प्रदेश के समतल व कम पहाड़ी क्षेत्रों में ओले गिरने के साथ, तेज बारिश और आंधी चलने का अनुमान है। हिमाचल आसपास भी तीन दिन (10 मई से 13 मई) तक बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग आम लोगों को खतरनाक मौसम से बचाने के लिए कलर कोड युक्त चेतावनी जारी करता है। इससे पता चलता है कि मौसम कितनी खतरनाक स्थिति में पहुंच सकता है और क्या इससे जान-माल के नुकसान की भी आशंका है या नहीं। मौसम विभाग द्वारा जारी पीले रंग की चेतावनी (Yellow Weather Warning) सबसे कम खतरे की होती है।
इसका मतलब होता है कि अगले कुछ दिन संबंधित इलाकों में मौसम खराब रहेगा, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को उना में सबसे ज्यादा 40.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। राज्य में सबसे कम तापमान लाहौल-स्पिति के प्रशासनिक केंद्र केलॉग में रिकॉर्ड किया गया। केलॉम में पारा 3.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
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