Move to Jagran APP

मेघालय सरकार ने तय किया स्कूली बच्चों के बस्ते का वजन

स्कूली बस्ते के वजन का निर्धारण केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक हैं, जिसमें बस्ते के वजन से बच्चों की सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव पर चिंता जताई गई है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 07:11 PM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 07:11 PM (IST)
मेघालय सरकार ने तय किया स्कूली बच्चों के बस्ते का वजन
मेघालय सरकार ने तय किया स्कूली बच्चों के बस्ते का वजन

शिलांग, प्रेट्र। मेघालय सरकार ने स्कूली बच्चों के बस्ते के वजन का तय कर दिया है। साथ ही कक्षा एक और दो में पढ़ने वाले बच्चों को दिए जाने वाले होम वर्क पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रमुख शिक्षा सचिव डीपी वाहलांग ने बताया, 'स्कूली बस्ते के वजन का निर्धारण केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक हैं, जिसमें बस्ते के वजन से बच्चों की सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव पर चिंता जताई गई है।

loksabha election banner

विभाग ने बस्तों का जो वजन तय किया है, उसके मुताबिक कक्षा एक और दो में पढ़ने वाले बच्चों के बस्ते का वजन 1.5 किलोग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए। कक्षा तीन से कक्षा पांच तक की बात करें तो यह सीमा तीन किलोग्राम तय की गई है।

कक्षा छह और सात के बस्ते का वजन चार किलोग्राम तो कक्षा आठ और नौ के बस्ते का वजन 4.5 किलोग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए। दसवीं कक्षा के लिए यह सीमा पांच किलोग्राम निर्धारित की गई है। शासनादेश में यह भी कहा गया है कि स्कूल यह सुनिश्चित करें कि बच्चे केवल वही कापी और किताबें अपने स्कूल लाएं जिनका उल्लेख टाइमटेबल में किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.