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अरबपति पिता की डॉक्टर बेटी बनी जैन साध्वी

मुंबई की रहने वाली 28 वर्षीय अरबपति परिवार की एमबीबीएस डॉक्टर बेटी ने अपनाया संन्यास का रास्ता। हिना हिंगड़ सांसारिक जीवन त्यागकर जैन साध्वी बन गई हैं।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 08:48 AM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 09:18 AM (IST)
अरबपति पिता की डॉक्टर बेटी बनी जैन साध्वी
अरबपति पिता की डॉक्टर बेटी बनी जैन साध्वी

सूरत (एएनआइ)। मुंबई के अरबपति पिता की 28 वर्षीय बेटी हिना हिंगड़ सांसारिक जीवन त्यागकर जैन साध्वी बन गई हैं। हिना ने सूरत में आचार्य विजय यशोवर्मा सुरेश्वरजी महाराज से दीक्षा ली। डॉक्टर हिना हिंगड़ की पहचान अब साध्वी श्री विशारदमाला हो गई है।

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अहमदनगर विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडलिस्ट हिना पिछले तीन वर्षों से प्रैक्टिस कर रही थीं।  वह अपने छात्र जीवन में ही आध्यात्मिकता की तरफ आकर्षित हो गई थीं। हिना के इस फैसले का परिवार वालों ने विरोध किया लेकिन वह अपने फैसले पर अडिग रही और आखिरकार थम-हारकर उसके परिवार वालों ने बेटी की इच्छा मननी पड़ी। हिना का मानना है कि सांसारिक जीवन छोड़कर जैन भिक्षु बन जाना हर किसी के बस की बात नहीं है।

बता दें कि हिना छह बहनों में सबसे बड़ी हैं। परिवार मूल रूप से घाणेराव (पाली, राजस्थान) का रहने वाला है। पिता अशोक कुमार का यार्न का कारोबार है। पिछले पांच वर्षों से वे मुंबई में रह रहे हैं। एमबीबीएस टॉपर रहीं हिना हिंगड़ पिछले कई सालों से अपने परिजनों को सन्यास के लिए मना रही थी। आखिरकार वो इसमें सफल हुईं और बुधवार को दीक्षा ग्रहण कर ली। हिना के इस कदम से परिवार दुखी है लेकिन बेटी की इच्छा के आगे झुकना पड़ा।

दीक्षा के लिए जरूरी 48 दिनों का ध्यान किया

हिना ने दीक्षा से पहले जरूरी 48 दिनों का ध्यान पूरा किया। आचार्य विजय ने बताया कि हिना ने अपने पिछले जन्म में किए गए ध्यान और श्रद्धा की वजह से जैन धर्म की दीक्षा लेना स्वीकार किया है।

पहले भी कम उम्र में बने भिक्षु

गौरतलब है कि इतनी कम उम्र और पढ़ी-लिखी भिक्षु बनने वाली हिना कोई पहली नहीं है। इससे पहले भी कइयों ने संसारिक जीवन त्याग कर संन्यास का रास्ता स्वीकारा है। हिना से पहले अप्रैल 2018 में एक हीरा कारोबारी के बेटे भव्य शाह ने भी महज 12 साल की उम्र में सन्यास ले लिया था। भव्य को परफ्यूम और महंगी कारों का शौक था जिसे आखिरी दिन उनके घर वालों और दोस्तों ने पूरा किया। उसे फरारी गाड़ी बैठाकर घुमाया गया और फिर भव्य ने आखिरी वक्त में घरवालों से जीभरकर बातें की और उनसे विदा ली थी।

तारीख                                              नाम

  • जून 2017                                गुजरात बोर्ड के 12वीं (कॉमर्स) के टॉपर वर्षील शाह ने जैन धर्म में दीक्षा                                               ली 
  • सितंबर 2017                           मध्य प्रदेश के एक दंपति ने अपनी 3 साल की बच्ची और 100 करोड़ की                                               संपत्ति को छोड़ जैन धर्म में दीक्षा ले ली
  • अप्रैल 2018                              सूरत के एक हीरा व्यापारी का 12 वर्षीय बेटा भव्य शाह जैन भिक्षु बन                                                  गया
  • साल 2014                               भव्य की बड़ी बहन प्रियांशी ने भी 12 साल की उम्र में जैन धर्म में दीक्षा                                                 ली थी
  • अप्रैल 2018                             मुंबई के प्रतिष्ठित हीरा व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखने वाले सीए                                                     मोक्षेश  करोड़ों की संपत्ति छोड़ जैन भिक्षु बन गए

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