मई में मौसम का रिकॉर्ड ; नहीं चली लू, 44 साल बाद 34 डिग्री से ऊपर नहीं गया पारा, 31 साल में पहली बार इतनी बारिश हुई
इस साल मई में रिकॉर्ड बारिश हुई। सर्वाधिक बारिश के मामले में मई महीना पिछले 121 साल में दूसरे नंबर पर रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपनी मासिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। लू देखने को ही नहीं मिली।
नई दिल्ली, पीटीआइ। इस साल मई में रिकॉर्ड बारिश हुई। सर्वाधिक बारिश के मामले में मई महीना पिछले 121 साल में दूसरे नंबर पर रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपनी मासिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। विभाग ने रिकॉर्ड बारिश के लिए लगातार दो चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ कारण बताआ। इसने यह भी जानकारी दी कि देश में इस साल मई में औसत अधिकतम तापमान 34.18 डिग्री सेल्सियस रहा। यह 1901 के बाद चौथा सबसे कम तापमान था। मई में सबसे कम तापमान 1917 में 32.68 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
आइएमडी ने कहा कि 1977 यानी 44 साल के बाद मई में रिकॉर्ड किया गया यह सबसे कम तापमान है। तब 33.84 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यह भी बताया कि भारत के किसी भी हिस्से में मई महीने के दौरान लू नहीं देखने को नहीं मिली। मई 2021 में पूरे देश में 107.9 मिलीमीटर बारिश हुई, जो औसत 62 मिमी से 74 प्रतिशत अधिक है। भारत में मई महीने के दौरान 1901 के बाद से दूसरी सबसे अधिक बारिश हुई। 31 साल पहले 1990 में 110.7 मिमी अब तक की सबसे अधिक बारिश हुई थी।
मई में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात आए। अरब सागर में टाक्टे और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात यास आया। पश्चिमी तट से लगे राज्यों को पछाड़ते हुए यह 17 मई को गुजरात तट से टकराया था। इन दोनों तूफानों के कारण पश्चिमी और पूर्वी तटों के राज्यों में ही नहीं, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी बारिश हुई। आइएमडी ने कहा कि 2021 की गर्मियों के तीन महीनों में, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ गतिविधियां सामान्य से अधिक थी।
आइएमडी के अनुसार मार्च और अप्रैल 2021 की तरह, मई 2021 में लू ने ज्यादा परेशान नहीं किया। इस महीने के दौरान उत्तर पश्चिमी राजस्थान को छोड़कर देशभर में कहीं भी लू नहीं चली, जहां यह 29 और 30 मई को दो दिन यह देखने को मिली।