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Match Fixing: तिहाड़ जेल में ही बुकी संजीव चावला से करनी होगी पूछताछ

सटोरिये की याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने दिया आदेश।

By Nitin AroraEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 09:27 AM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 09:27 AM (IST)
Match Fixing: तिहाड़ जेल में ही बुकी संजीव चावला से करनी होगी पूछताछ
Match Fixing: तिहाड़ जेल में ही बुकी संजीव चावला से करनी होगी पूछताछ

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भारत-दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट मैच-फि¨क्सग मामले में प्रत्यर्पण कर दिल्ली लाए गए संजीव चावला की याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने गुरुवार को अपना फैसला सुनाया। न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा की पीठ ने जांच एजेंसी को तिहाड़ जेल में ही चावला से निर्धारित समयसीमा के अंदर 28 फरवरी तक पूछताछ करने का आदेश दिया। जांच एवं पूछताछ के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की तकनीक का इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई। पीठ ने कहा कि चावला को मुकदमा चलने और सजा सुनाए जाने तक तिहाड़ जेल में रखा जाए, जैसा कि भारत सरकार ने विदेशी प्राधिकारियों को आश्वासन दिया था।

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12 दिन के न्यायिक हिरासत के आदेश को चुनती देने वाली चावला की याचिका पर पीठ ने स्पष्ट किया कि इसके बाद चावला से पूछताछ के लिए कोई अनुमति नहीं दी जाएगी। पीठ ने जांच एजेंसी से कहा कि पूछताछ के दौरान चावला से सम्मानजनक व्यवहार करना होगा। पीठ ने एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) संजय जैन की उस दलील को रिकॉर्ड पर लिया कि एजेंसी द्वारा चावला से सिर्फ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के मामले में पूछताछ की जाएगी।

बुधवार को गृह मंत्रालय ने दिल्ली हाई कोर्ट में जानकारी दी थी कि सरकार ने कभी भी यूनाइटेड किंगडम (यूके) की अदालत को यह आश्वासन नहीं दिया कि संजीव चावला से जुड़े मामले में आगे कोई जांच नहीं होगी। गृह मंत्रालय ने पीठ को बताया कि निष्पक्ष ट्रायल के लिए संजीव के खिलाफ जुटाए गए सुबूतों से सामना कराना पड़ेगा, ताकि साजिश का पता लगाया जा सके और इसमें शामिल अन्य आरोपितों की पहचान की जा सके।

13 फरवरी को निचली अदालत ने मामले में पूछताछ के लिए संजीव चावला को 12 दिन के लिए दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेज दिया था। याचिका पर एएसजी संजय जैन ने कहा था कि तिहाड़ जेल में रहेंगे और जांच एजेंसी वहीं पर उनसे पूछताछ करेगी। उन्होंने कहा कि अगर जांच के लिए चावला को जेल से बाहर ले जाने की जरूरत होगी तो अदालत से इसकी अनुमति ली जाएगी।

एएसजी ने कहा था कि भारत सरकार ने क्रमबद्ध तरीके से यूके कोर्ट में कहा था कि चावला से अब तक पूछताछ नहीं की गई है और वह कभी जांच के लिए उपलब्ध नहीं रहा है।

फरवरी-मार्च 2000 में भारत में आयोजित हुई भारत-दक्षिण अफ्रीका टेस्ट क्रिक्रेट मैच सीरीज में हुई फि¨क्सग मामले में 19 साल बाद संजीव चावला को लंदन से प्रत्यर्पण पर दिल्ली लाया गया था। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए भी इस फि¨क्सग में शामिल थे और 2002 में उनका विमान दुर्घटना में निधन हो गया था।


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