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VIDEO: असम के बागजान के तेल के कुएं में लगी विस्‍फोट के साथ आग, दो किमी दूर तक सुनाई दी आवाज

मंगलवार को असम के तिनसुकिया जिले में बागजान के तेल के कुएं में पिछले 14 दिनों से लगी आग बेकाबू हो गई।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 09 Jun 2020 04:23 PM (IST)Updated: Tue, 09 Jun 2020 07:05 PM (IST)
VIDEO: असम के बागजान के तेल के कुएं में लगी विस्‍फोट के साथ आग, दो किमी दूर तक सुनाई दी आवाज
VIDEO: असम के बागजान के तेल के कुएं में लगी विस्‍फोट के साथ आग, दो किमी दूर तक सुनाई दी आवाज

गुवाहाटी, प्रेट्र। मंगलवार को असम के तिनसुकिया जिले में बागजान के तेल के कुएं में पिछले 14 दिनों से लगी आग बेकाबू हो गई। प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि ऑयल इंडिया लिमिटेड के तेल कुएं में आग की लपटें में इतना विस्‍फोट भयावह है कि इसे दो किलोमीटर से अधिक की दूरी से देखा और सुना जा सकता है।  सिंगापुर की फर्म अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल के तीन विशेषज्ञ आग लगने वाली साइट पर थे और दोपहर में आग लगने पर कुछ उपकरण निकाले जा रहे थे।

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कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि अब तक किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। कंपनी केअधिकारियों ने कहा कि अग्निशमन दल घटनास्थल पर पहुंच गया है और वहां फंसे लोगों को निकालने का प्रयास जारी है। आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है।

एक के बाद एक किए गए कई ट्वीट्स में मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से फोन पर बात की है। इसमें कहा गया है कि सीएम ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहले ही मौके पर अग्निशमन, आपातकालीन सेवाएं, सेना और पुलिस अधिकारियों को तैनात करने का निर्देश दिया गया है। सीएम ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन को भी निर्देश दिया और स्थानीय लोगों से किसी तरह नहीं घबराने की अपील की है।

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि घटनास्थल पर मौजूद पुलिस, अर्धसैनिक और NDRF की टीमें इलाके में स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही हैं। मैंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर आग बुझाने के लिए भारतीय वायु सेना की सहायता मांगी है।  

डिब्रू-साइखोवा नेशनल पार्क के बगल में तेल के कुएं में एक बड़ा विस्फोट हुआ, जिसके बाद गैस बेकाबू होकर बहने लगी। जिला प्रशासन ने प्राकृतिक गैस और घनीभूत बूंदों की बौछार के कारण आसपास रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है।

घटनास्थल पर मौजूद आदमी ने कहा कि भारत के इतिहास में ये ऑयल एंड गैस में लगी सबसे भीषण आग है। ये इलाका एपिडेमिक बर्ड हैबिटेट के साथ डॉल्फिन्स और अन्य पानी के जीवों का घर है। मैं प्रधानमंत्री जी से अपील करता हूं कि ये हमारे जीव-जंतुओं और प्रकृति के जीवन का सवाल है। कृपया इस पर ध्यान दें। 


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