बिहार-झारखंड बंद में नक्सलियों का उत्पात
दो दिनों के झारखंड व बिहार बंद के पहले दिन नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया। बिहार में गया जिला मुख्यालय से करीब 52 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग-2 जीटी रोड पर 32 वाहनों को फूंक दिया और कई राउंड हवाई फायर किए।
नई दिल्ली। दो दिनों के झारखंड व बिहार बंद के पहले दिन नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया। बिहार में गया जिला मुख्यालय से करीब 52 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग-2 जीटी रोड पर 32 वाहनों को फूंक दिया और कई राउंड हवाई फायर किए।
इस दौरान कुछ यात्रियों से मारपीट भी की। झारखंड में भी नक्सलियों ने एक बस व दो ट्रकों को आग के हवाले कर दिया। बंद के दौरान प्रदेश में सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ और बस अड्डों पर सन्नाटा पसरा रहा।
प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी के हथियारबंद दस्ते ने रविवार देर रात शेरघाटी से औरंगाबाद की ओर जाने वाली लेन पर 32 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इसमें दिल्ली से आए एक परिवार की इनोवा कार भी शामिल है।
नक्सलियों ने एलपीजी व डीजल से भरे चार टैंकरों के ड्राइवर केबिन में भी आग लगा दी। गनीमत रही कि आग टैंकर में भरे रसायनों तक नहीं पहुंची, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। घटनास्थल से महज आधा किलोमीटर दूर स्थित आमस थाने के पुलिसकर्मी गोली की आवाज सुनकर थाने में ही दुबके रहे।
रविवार देर रात से सोमवार सुबह तक जीटी रोड पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा। पटना जोन के आइजी कुंदन कृष्णन ने बताया कि नक्सली वाहनों में सवार लोगों को बाहर निकालने के बाद उसे आग के हवाले कर देते थे। आमस थाने के एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
बंद के दौरान झारखंड के पलामू जिले के छतरपुर में 70 नक्सलियों ने मोबाइल टॉवर फूंक दिया और हजारीबाग में एक बस व दो ट्रकों में आग लगा दी। कई बैंक शाखाओं पर ताला लटका रहा और एनटीपीसी व कोल परियोजनाओं में काम ठप रहा। दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप भी बंद रहे। गौरतलब है कि बिहार-झारखंड-छत्तीसगढ़ स्पेशल एरिया कमेटी की सदस्य व 15 लाख की इनामी कमांडर सरिता गंझू उर्फ उर्मिला के मुठभेड़ में मारे जाने के विरोध में नक्सलियों ने 25 व 26 मई को बंद का आह्वान किया है।
दिल्ली के परिवार को उतारकर फूंक दी इनोवा
दिल्ली के मदनगीर थाना के अंबेडकर नगर निवासी दो परिवारों को नक्सलियों ने उनकी इनोवा से उतारकर कार में आग लगा दी। अंबेडकर नगर के राकेश, रविंद्र और देवेंद्र अपने परिवार के साथ दो इनोवा वाहन से बोधगया घूमने आए थे।
रविवार रात सभी लौट रहे थे। आगे चल रही गाड़ी में सवार पांच महिलाओं और तीन पुरुषों को नक्सलियों ने जीटी रोड पर उतर जाने को कहा और पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। हिंसा देख परिवार डर गया और भागकर विशुनपुर गांव में शरण ली। पीछे आ रही दूसरी इनोवा में बैठे परिवार को घटना की जानकारी मिल गई थी। इसलिए वे रास्ते में ही रुक गए। राकेश, रविंद्र और देवेंद्र ने बताया कि पहली बार नक्सलियों से सामना हुआ था।