तमिलनाडु में निजी बाल गृह में फूड प्वाइजनिंग से 3 बच्चों की मौत, 11 अस्पताल में भर्ती
अधिकारी ने कहा कि 11 बच्चों का तिरुपुर के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीन बच्चे आईसीयू वार्ड में हैं। निजी बाल गृह के खिलाफ प्रशासन ने मामला दर्ज किया है। पुलिस आयुक्त श्री एस प्रभाकरण ने बताया कि हमने संदिग्ध मौतों का मामला दर्ज किया है।
तिरुपुर (तमिलनाडु), एएनआई। तमिलनाडु के तिरुपुर में एक निजी बाल गृह में बुधवार को संदिग्ध फूड प्वाइजनिंग के बाद तीन बच्चों की मौत हो गई और 11 अन्य बीमार हो गए। जिला प्रशासन के अनुसार, घटना तिरुपुर में श्री विवेकानंद सेवालयम द्वारा संचालित एक बाल गृह में हुई, जहां बुधवार रात खाना खाने के बाद 14 बच्चों को उल्टी और चक्कर आने लगे।
उल्टी आने के बाद 14 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
सेवालय के अधिकारियों ने उन्हें दवाइयां दी थीं। उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद बच्चों को पास के निजी अस्पताल ले जाया गया। बच्चों की हालत गंभीर होने के बाद उन्हें तिरुपुर सरकारी अस्पताल लाया गया। चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बच्चों को फूड प्वाइजनिंग की आशंका
फिलहाल 11 बच्चे तिरुपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस बच्चों की मौत के संभावित कारणों के पीछे फूड प्वाइजनिंग की आशंका जता रही है। निजी बाल गृह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सेवलयम के 15 छात्रों में से दो बुधवार सुबह छात्रावास में मृत पाए गए और एक ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। मरने वालों की बच्चों की उम्र 10-14 साल के बीच है।
जांच के लिए भेजे गए नमूने
तिरुपुर कलेक्टर एस विनीत ने कहा कि तीन बच्चों की मौत हो गई। अधिकारियों को फूड प्वाइजनिंग का संदेह है, लेकिन बच्चों की मौत का सही कारण नमूनों की क्लीनिकल जांच के बाद पता चलेगा। चिल्ड्रेन हाउस से मिली जानकारी के अनुसार, बच्चों को रात के खाने के रूप में रसम चावल परोसा गया। परीक्षण के लिए भोजन के नमूने भेज दिए गए हैं। मौत का सही कारण क्लीनिकल जांच के बाद पता चलेगा। अधिकारियों का कहना है कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
निजी बाल गृह के खिलाफ मामला दर्ज
अधिकारी ने कहा कि 11 बच्चों का तिरुपुर के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीन बच्चे आईसीयू वार्ड में हैं। जांच जारी है। निजी बाल गृह के खिलाफ प्रशासन ने मामला दर्ज किया है। पुलिस आयुक्त श्री एस प्रभाकरण ने बताया कि हमने संदिग्ध मौतों का मामला दर्ज किया है। वैज्ञानिक जांच के लिए भोजन के नमूने भेजे हैं। हम रिपोर्ट के आधार पर आगे बढ़ेंगे। अधिकारी ने अन्य बच्चों के बारे में बात करते हुए कहा कि उनकी हालत स्थिर है और वे खतरे में नहीं हैं। एक छात्र घर लौट आया है।
इसे भी पढ़ें: Lumpy Virus: बच्चों में लंपी जैसे त्वचा रोग से फैली दहशत, दूध से संक्रमण फैलने की आशंका, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
इसे भी पढ़ें: Thailand Mass Shooting: प्रधानमंत्री ने दिए जांच के आदेश, फायरिंग से Day Care के 22 मासूमों की मौत