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पाक से ट्रेनिंग लेकर भारत बांग्लादेश से अफगानिस्तान पहुंचे 130 अलकायदा आतंकी, खुफिया एजेंसियों ने किया आगाह

खुफिया एजेंसियों ने सरकार को बताया है कि भारत और बांग्लादेश से करीब 130 अलकायदा आतंकी पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान से प्रशिक्षण लेकर अफगानिस्तान में हमले करने पहुंच गए हैं। आतंकी हक्कानी नेटवर्क से मिलकर आतंकी हमले कर सकते हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 11:27 PM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 11:27 PM (IST)
पाक से ट्रेनिंग लेकर भारत बांग्लादेश से अफगानिस्तान पहुंचे 130 अलकायदा आतंकी, खुफिया एजेंसियों ने किया आगाह
भारत और बांग्लादेश से करीब 130 अलकायदा आतंकी अफगानिस्तान में हमले करने पहुंच गए हैं।

नई दिल्ली, आइएएनएस। खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों ने सरकार को चेताया है कि भारत और बांग्लादेश (India and Bangladesh) से करीब 130 अलकायदा आतंकी पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान से प्रशिक्षण लेकर अफगानिस्तान में संगठित आतंकी हमले करने पहुंच गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां अब भारत के उन लोगों की पहचान करने में जुटी हैं जो कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अलकायदा (Al-Qaeda) के नेटवर्क से जुड़ गए हैं।

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खुफिया एजेंसियों का यह भी कहना है कि अलकायदा के यह 130 प्रशिक्षित आतंकी हक्कानी नेटवर्क से मिलकर पूरे तालमेल के साथ अफगान-पाक क्षेत्र में आतंकी हमले कर सकते हैं। हक्कानी नेटवर्क अफगानिस्तानी आतंकी संगठन है। इसके अलकायदा और तालिबान से भी संबंध बताए जाते हैं।

भारत और बांग्लादेश से पाकिस्तान लाए गए इन 130 अलकायदा आतंकियों को 30 अक्टूबर को उत्तरी वजीरिस्तान के मिरनशाह में आतंकवाद का उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया गया है। इसके बाद इन सभी आतंकियों को खोस्त, पकतिया, पकतिका, कुनार, लोगर, नूरिस्तान और काबुल प्रांतों पर घातक हमला करने के लिए भेजा जाएगा।

पिछले साल संयुक्त राष्ट्र कि एक रिपोर्ट में कहा गया कि 150 से 200 अलकायदा आतंकी भारतीय उपमहाद्वीप में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और म्यांमार से हैं। अपनी 26वीं रिपोर्ट में कहा कि 400 से 600 अलकायदा लड़ाके अफगानिस्तान में हैं। अफगानिस्तान के निरमुज, हेलमंद और कांधार में यह वही जगहें हैं जहां उन्होंने तालिबानी देखरेख में काम किया है। इस वक्त अलकायदा के भारतीय उपमहाद्वीप का प्रमुख ओसामा महमूद है। इसे आसिम उमर के मारे जाने के बाद सरगना बनाया गया था।

हाल ही में खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि पाकिस्तानी जासूस भारतीय जवानों को निशाना बनाकर उनसे संवेदनशील जानकारियां हासिल करने की कोशिशें कर रहे हैं। खुफिया इनपुट बताते हैं कि ये पाकिस्‍तानी जासूस खुद को बल के वरिष्‍ठ अधिकारी होने का यकीन दिलाकर जवानों और कंट्रोल रूम को फोन करके गोपनीय सामरिक जानकारियां हासिल कर सकते हैं। खुफिया अधिकारियों का कहना था कि यह पाकिस्‍तानी जासूसों की नई तरकीब है जिसका मकसद सैनिकों की आवाजाही, वीवीआईपी और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की जानकारियां जुटाना है। 


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