प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में धोखाधड़ी रोकने के लिए प्रौद्योगिकी का हो उपयोगः मनसुख मांडविया
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में धोखाधड़ी के लिए कोई जगह नहीं है। कार्यक्रम में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य आंध्र प्रदेश शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिले पार्वतीपुरम मान्यम को किया गया सम्मानित।
नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में धोखाधड़ी की किसी भी गुंजाइश को दूर करने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग पर जोर दिया। मांडविया ने कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में धोखाधड़ी के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इसका उद्देश्य समाज के सबसे गरीब लोगों की स्वास्थ्य देखभाल करना है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के चार साल पूरे
मांडविया आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के चार साल पूरे होने और आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन (एबीडीएचएम) के एक साल पूरे होने पर आयाजित दो दिवसीय आरोग्य मंथन 2022 के समापन दिवस पर बोल रहे थे। इस अवसर पर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जार्ज और नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल भी जौजूद रहे।
शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य सम्मानित हुए
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य (आंध्र प्रदेश), शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिले (आंध्र प्रदेश में पार्वतीपुरम मान्यम), शीर्ष प्रदर्शन करने वाली सरकारी अस्पताल (जिला अस्पताल धारवाड़, कर्नाटक) को आयुष्मान उत्कृष्ट पुरस्कार (आयुष्मान उत्कृष्टता पुरस्कार) 2022 से सम्मानित किया। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों - केरल, मेघालय, गुजरात, मणिपुर, झारखंड, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले केंद्र शासित प्रदेशों - चंडीगढ़ और जम्मू और कश्मीर के साथ-साथ प्रधानमंत्री आरोग्य मित्र को भी सम्मानित किया।
राज्यों से सर्वोत्तम अभ्यास और सीख पर चर्चा
आरोग्य मंथन 2022 के दूसरे दिन प्रासंगिक सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संगठनों के प्रख्यात विचारकों के साथ पैनल चर्चा हुई। सत्रों में राज्यों से सर्वोत्तम अभ्यास और सीख, भारत में स्वास्थ्य बीमा का डिजिटलीकरण, डिजिटल स्वास्थ्य में अंतर्राष्ट्रीय सर्वोत्तम अभ्यास और दो योजनाओं, एबी पीएम-जेएवाई और एबीडीएम के भविष्य के रोडमैप को तैयार करने के लिए विचार-विमर्श और सहयोग करने के लिए सत्र शामिल थे।