किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने उर्वरकों पर सब्सिडी बढ़ाकर 28 हजार करोड़ की : मनसुख मंडाविया
सरकार का कहना है कि दुनिया में खाद की कीमतें बढ़ी हैं। सरकार को कई तरह के उर्वरकों का आयात करना पड़ रहा है। किसानों पर बढ़ी कीमतों का असर नहीं पड़े इसके लिए सरकार ने फैसला किया है कि उर्वरकों पर सब्सिडी बढ़ाई जाएगी...
नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्र सरकार ने किसानों के हित के लिए बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि दुनिया में खाद की कीमतें बढ़ी हैं और हमें कई तरह के उर्वरक आयात करने पड़ रहे हैं। किसानों पर बढ़ी कीमतों का असर नहीं पड़े इसके लिए सरकार ने फैसला किया है कि उर्वरकों पर सब्सिडी बढ़ाई जाएगी और उनकी कीमत नहीं बढ़ेंगी।
मनसुख मंडाविया ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में उर्वरकों की कीमतों में वृद्धि के बावजूद किसानों को उसी दर पर उर्वरक उपलब्ध कराने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसानों के लाभ के लिए यूरिया, डीएपी, एसएसपी, एनपीके उर्वरकों पर सब्सिडी बढ़ाई है।
मंडाविया ने कहा कि हमने डीएपी पर सब्सिडी को 1200 रुपए से बढ़ाकर 1650 रुपए किया है। यूरिया पर सब्सिडी 1500 से बढ़ाकर 2000 रुपए किया है। यही नहीं एनपीके पर सब्सिडी 900 रुपए से बढ़ाकर 1,015 रुपए और एसएसबी पर सब्सिडी 315 रुपए से बढ़ाकर 375 रुपए की गई है। मोदी जी ने रबी सीजन में 28 हजार करोड़ रुपए किसानों के लिए खाद की सब्सिडी के रूप में दिया है ताकि किसानों पर अनुचित बोझ ना बढ़े।
यही नहीं सरकार ने फास्पेटिक और पोटाशिक खाद के दाम इस साल के लिए नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने साल 2021-22 के लिए फास्फेटिक और पोटाश उर्वरकों की बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेने का फैसला लिया है। फास्फेटिक और पोटाश फर्टिलाइजर पर प्रति बैग 438 रुपए सब्सिडी बढ़ाने का भी फैसला लिया गया है।