बिहार: बड़ी हस्तियों के लिए खूबसूरत नाम रही मनीषा, देखते-देखते बन गई हाई प्रोफाइल
दो युवतियों की मौत के बाद विवादों में आई आसरा शेल्टर होम की संचालिका मनीषा पटना की पेज थ्री पार्टियों की जान रही है। आइए नजर डालते हैं उसके आम से हाई प्रोफाइल लाइफ तक के सफर पर।
पटना [जेएनएन]। पटना के 'आसरा' शेल्टर होम की दो युवतियों की मौत के बाद अचानक विवादों में आई मनीषा दयाल पर कानून का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। उसके हाई प्रोफाइल लाइफ के पीछे के सच व आय के साधन से लेकर संपर्कों तक की पड़ताल की जा रही है। ऐसे में सवाल यह भी है कि आखिर कौन है मनीषा और कैसा रहा उसका एक साधारण लड़की से हाई-प्राेफाइल पॉवरफुल वुमन तक का सफर? आइए जानें...
अासरा शेल्टर होम की संचालिका है मनीषा
राजधानी के नेपाली नगर स्थित आसरा होम की गिरफ्तार संचालिका है मनीषा दयाल। यह वही शेल्टर होम है, जहां की दो युवतियाें की बीते दिनों इलाज में लापरवाही के कारण बीमारी से मौत हो गई थी। इसके बाद मनीषा सहित चार आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी है।
मनीषा के कई ठिकानों पर मंगलवार को भी पटना पुलिस ने छापेमारी की। पहले उसके बोरिंग रोड के कृष्णा अपार्टमेंट स्थित कॉरपोरेट आफिस की तलाशी ली गई। दोपहर बाद सचिवालय डीएसपी मनोज कुमार सुधांशु के नेतृत्व में मनीषा के आनंदपुरी स्थित एसएमएस विला अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 101 में छापेमारी हुई। पुलिस रिमांड पर लेकर मनीषा से पूछताछ कर रही है।
गया से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई
आसरा होम प्रकरण से चर्चा में आई मनीषा दयाल मूल रूप से गया शहर के एपी कॉलोनी की रहने वाली है। वह गया के पेट्रोल पंप व्यवसायी विजय दयाल की बेटी है। गया के क्रेन स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह मेडिकल की तैयारी करने 1995 में पटना पहुंची। यहां वह मेडिकल की तैयारी में जुट गई।
मॉडलिंग में किस्मत आजमाने गई मुंबई
हालांकि, पढ़ाई बीच में छोड़कर ही वह मॉडलिंग में किस्मत आजमाने लगी। कुछ दिनों के लिए मुंबई भी गई मगर जल्दी ही वापस पटना लौट आई।
पटना में एक एनजीओ से जुड़ी
पटना लौटने के बाद वह एक एनजीओ से जुड़ी और विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करने लगी। इस दौरान उसकी जान-पहचान नेताओं, अधिकारियों सहित कई बड़ी हस्तियों से हुई।
पति का कपड़े का व्यवसाय
वर्ष 1996 में मनीषा की शादी पटना सिटी के व्यवसायी राजीव वर्मा उर्फ राजू वर्मा से हो गई। दंपती को दो बच्चे भी हुए। पति का कपड़े का व्यवसाय है।
चिरंतन से बढ़ा संपर्क
शादी के बाद भी वह एनजीओ के लिए काम करती रही। राजनीतिक गलियारों में भी उसका आना-जाना लगा रहा। चैरिटी के नाम पर वह शहर में बड़े-बड़े आयोजन कराती। इसी दौरान उसकी नजदीकी पटना के निजी स्कूल संचालक के बेटे चिरंतन से बढ़ी।
पटना के पेज थ्री पार्टियों की जान बनी मनीषा
दो साल पहले पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में मनीषा दयाल और उसके सहयोगी चिरंतन ने एक बड़े बिल्डर के सहयोग से कॉरपोरेट क्रिकेट लीग (सीसीएल) का आयोजन किया। यहां से वह पटना के पेज थ्री पार्टियों की जान बन गई। कई बड़े प्रशासनिक अधिकारी, बिजनेसमैन, महिला उद्यमियों, क्लडब की सदस्यों से उसकी यहां जान-पहचान बढ़ी।
अनुमया ह्यूमन रिसोर्स फाउंडेशन का किया गठन
पिछले साल उसने अनुमया ह्यूमन रिसोर्स फाउंडेशन का गठन किया और मार्च 2018 में राजीव नगर में आसरा गृह के संचालन शुरू किया। मनीषा दयाल ने पटना के बोरिंग रोड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट में कॉरपोरेट ऑफिस खोल रखा था, जहां से वह सात संस्थाओं का संचालन करती थी।
नेताओं-अधिकारियों से अच्छे संबंध
मनीषा दयाल बिहार के बड़े राजनेता की दूर की रिश्तेदार भी है। उसके मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के आरोपित ब्रजेश ठाकुर से भी अच्छे संबंध रहे हैं। मनीषा दयाल का राजनेताओं से लेकर आइपीएस-आइएएस फैमिली से भी नजदिकियां रहीं हैं। आसरा होम की दो संवासिनों की रहस्यमय स्थिति में मौत के बाद मनीषा को गिरफ्तार किया गया है और वह इस समय पुलिस के रिमांड पर है। गिरफ्तारी के पहले तक मनीषा सालाना 70 लाख रुपये के बजट वाली स्वयंससेवी संस्था का संचालन कर रही थी।