जांच एजेंसियों के 'दुरुपयोग' से भ्रष्टाचारियों को छिपने में मिलती है मदद, मनीष सिसोदिया के घर CBI छापे पर कांग्रेस का बयान
CBI Raids Manish Sisodia कांग्रेस ने कहा कि केंद्र सरकार अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के खिलाफ लगातार जांच एजेंसियों की आड़ में कार्रवाई कर रही है। इससे जांच एजेंसियों की विश्वसनीयता कम होती है और असली भ्रष्टाचारियों को छुपने का मौका मिलता है।
नई दिल्ली, एजेंसी। शुक्रवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई की छापेमारी के बाद कांग्रेस ने जांच एजेंसियों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के खिलाफ लगातार जांच एजेंसियों की आड़ में कार्रवाई कर रही है, इससे न सिर्फ इनकी विश्वसनीयता कम होती है, बल्कि असली भ्रष्टाचारियों को छुपने का मौका मिलता है।
The flip side to relentless misuse of agencies against political rivals is that even legitimate, rightful actions of agencies come under a cloud of suspicion. In the process, the corrupt get away hiding behind the ‘misuse’ argument and the honest end up paying the price
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) August 19, 2022
ईमानदारों को चुकानी पड़ती है कीमत- कांगेस
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेरा ने शुक्रवार को कहा कि सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों के दुरुपयोग की कीमत ईमानदार लोगों को चुकानी पड़ती है। खेरा ने ट्विटर के जरिए कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ जांच एजेंसियों के निरंतर दुरुपयोग का दूसरा पहलू यह है कि इन एजेंसियों की वैध और सही कार्रवाई भी संदेह के घेरे में आ जाती है। इस प्रक्रिया में एजेंसियों की 'दुरुपयोगिता' का तर्क देककर भ्रष्ट लोग पीछे छिप जाते हैं और ईमानदार लोगों को अंत में इसकी कीमत चुकानी पड़ती है।
मनीष सिसोदिया के आवास सहित 21 जगहों पर छापेमारी
बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली आबकारी नीति मामले (Delhi Excise Policy Case) में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आईएएस अधिकारी अरवा गोपी कृष्णा के आवास सहित 7 राज्यों में 21 अन्य ठिकानों पर छापेमारी के लिए पहुंची है।
सीबीआई की छापेमारी को सिसोदिया ने कहा दुर्भाग्यपूर्ण
सीबीआई की कार्रवाई के बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में जो अच्छा काम करता है उसे इसी तरह परेशान किया जाता है। इसीलिए हमारा देश अभी तक नम्बर वन नहीं बन पाया है।