मणिपुरी आतंकी संगठन के कमांडर रंजीत समेत तीन गिरफ्तार
रंजीत और उसकी सहयोगी महिला आतंकी इनुकबाम सनातोंबी (26) को बुधवार को दिल्ली से जबकि उसके दूसरे साथी पुखरीहोन्गबम एबोम्चा को बृहस्पतिवार को मणिपुर से गिरफ्तार किया गया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में नेटवर्क तैयार करने में जुटे मणिपुरी आतंकी संगठन कग्लईपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केवाईपी) पोइरी मितई के कमांडर इन चीफ खोईरोम रंजीत उर्फ रॉकी (35) समेत तीन आतंकियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है।
रंजीत और उसकी सहयोगी महिला आतंकी इनुकबाम सनातोंबी (26) को बुधवार को दिल्ली से जबकि उसके दूसरे साथी पुखरीहोन्गबम एबोम्चा को बृहस्पतिवार को मणिपुर से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से दो ग्रेनेड, एक पिस्टल,10 कारतूस और नौ एमएम की एक पिस्टल बरामद हुई है।
पुलिस ने मणिपुर के एन्ड्रू विधानसभा से कांग्रेस विधायक श्याम कुमार के आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने का भी पर्दाफाश किया है। विधायक का करीबी कांग्रेस कार्यकर्ता इनोबी आतंकी खोईरोम की रंगदारी का हिसाब-किताब रखता था। इसका हिस्सा श्याम कुमार तक पहुंचता था। श्याम कुमार आतंकी संगठनों के लिए बैठक आयोजित करने के आरोप में 2006 में दिल्ली पुलिस आइजीआइ एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर चुकी है।
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि नवंबर 2016 में पूर्व मणिपुर के पुलिस अधीक्षक ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र से जानकारी दी थी कि मणिपुर में आतंकी गतिविधियों में शामिल केसीपी आतंकी संगठन के दो आतंकी दिल्ली-एनसीआर में छिपे हैं। सेल को मणिपुर में भी लगाया गया था। बृहस्पतिवार को सेल के एसीपी अखिलेश्वर स्वरूप यादव व इंस्पेक्टर विजय कुमार को सूचना मिली कि आतंकी अपने एक साथी से मिलने मयूर विहार फेज-1 में आ रहा है। टीम ने बुधवार रात यारीपोक थोपला इंफाल निवासी खोईरोम रंजीत उर्फ रॉकी व महिला आतंकी पुंगडोंगबम इंफाल निवासी इनुकबाम सनातोंबी को गिरफ्तार कर लिया।
आतंकी रंजीत ने बताया कि शुरुआत में वह कंगलई यावोल कन्ना लूप (केवाईकेएल) के लिए काम करता था। वह रंगदारी के पत्र पहुंचाता था। साथ ही मणिपुर में तैनात सुरक्षा एजेंसियों की यूनिटों के संबंध में जानकारी देता था। 2007 में उसे 15 असम राइफल ने गिरफ्तार किया था, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण बिना रिपोर्ट दर्ज किए छोड़ दिया गया। मई 2008 में यारीपोक में शराब वेंडिंग पर 34 असम राइफल व मणिपुर पुलिस कमांडर ने पकड़ा और जेल भेज दिया। जेल से छूटने के बाद उसने नेपाल में केसीपी-केके निगंबा ग्रुप के बैनर तले रंगदारी वसूलने का नेटवर्क बनाया। दहशत फैलाने के लिए रंजीत, और इबोम्चा मणिपुर के अस्पताल, पर्यटन स्थल, उद्यमियों के घरों में ग्रेनेड फेंकते थे और फाय¨रग करते थे।
रंजीत ने 2011 से 2013 तक इंफाल पूर्व जिले में वित्त सचिव खाबा की देखरेख में वित्त नियंत्रक के तौर काम किया और 70 लाख रुपये की रंगदारी वसूली। रंजीत के खिलाफ रंगदारी, असामाजिक गतिविधि समेत 11 मामले व 2016 में आतंकी गतिविधि में शामिल होने के पांच मामले दर्ज हैं।
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