Move to Jagran APP

Earthquake: भूकंप के झटकों से फिर हिली मणिपुर की धरती, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग

Earthquake in Manipur भूंकप आते ही दहशत का माहौल बन गया और लोग जल्दबाजी में अपने घरों से बाहर निकल आए।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 08:11 PM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 08:29 PM (IST)
Earthquake: भूकंप के झटकों से फिर हिली मणिपुर की धरती, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग
Earthquake: भूकंप के झटकों से फिर हिली मणिपुर की धरती, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग

इंफाल, एएनआइ। उत्तर पूर्वी भारत का मणिपुर की धरती एक एक बार फिर भूकंप के झटकों से हिल गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार शाम 7 बज कर 27 मिनट पर 4.0 की तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र मणिपुर के म्यांग क्षेत्र में बताया जा रहा है। भूंकप आते ही दहशत का माहौल बन गया और लोग जल्दबाजी में अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि अभी जानमाल का कोई नुकसान नहीं है।

loksabha election banner

इसके पहले भी मणिपुर में कई बार भूकंप आ चुका है। पिछले हफ्ते यानी चार अगस्त को मणिपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप के ये झटके सुबह 5.52 बजे महसूस किए गए थे। 

बता दें कि कोरोना संकट के बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में कई बार भूंकप आ चुके हैं, जिसमें पिछले महीने गुजरात के कच्छ में भी भूकंप आया था। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली भी कई बार भूकंप के झटकों से हिल चुकी है।

जानिए क्यों आता है भूकंप?

धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है, इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत, वर्गों में बंटी हुई है, जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं लेकिन जब ये बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप आ जाता है। ये प्लेट्स क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर, दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इसके बाद वे अपनी जगह तलाशती हैं और ऐसे में एक प्लेट दूसरी के नीचे आ जाती है।

कौन से भूकंप खतरनाक होते हैं?

रिक्टर स्केल पर आमतौर पर 5 तक की तीव्रता वाले भूकंप खतरनाक नहीं होते हैं, लेकिन यह क्षेत्र की संरचना पर निर्भर करता है। यदि भूकंप का केंद्र नदी का तट पर हो और वहां भूकंपरोधी तकनीक के बगैर ऊंची इमारतें बनी हों तो 5 की तीव्रता वाला भूकंप भी खतरनाक हो सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.