चीनी वायरस को लेकर भारत में अलर्ट, देश के सात हवाई अड्डों पर यात्रियों की होगी थर्मल स्क्रीनिंग
यात्रियों की जांच की सुविधा दिल्ली मुंबई और कोलकाता के अलावा चेन्नई बेंगलुर हैदराबाद और कोचीन में भी उपलब्ध होगी।
नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना वायरस को लेकर जारी चिंता के बीच भारत समेत दुनियाभर के हवाईअड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। भारत में भी दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत सात हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग के जरिये यात्रियों की जांच की व्यवस्था की गई है।
मंगलवार को जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, हांगकांग समेत चीन के किसी भी हवाई अड्डे से देश में आने वाली उड़ानों के अंदर यह घोषणा करने को कहा गया है कि बुखार या सर्दी के लक्षण से ग्रस्त कोई यात्री अथवा ऐसा कोई यात्री जो बीते 14 दिनों के अंदर वुहान की यात्रा पर गया हो, वह भारतीय हवाई अड्डों पर पहुंचने के फौरन बाद इस बाबत वहां मौजूद अधिकारियों को जानकारी दे जिससे उसकी जांच की जा सके।
बुधवार को WHO की बैठक
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अंतरराष्ट्रीय आपातकाल घोषिषत करने पर विचार के लिए बुधवार को बैठक बुलाई है। डब्लूएचओ ने कहा कि नए सीओवी की प्रजाति के लक्षण दिसंबर में वुहान में दिखने शुरू हुए थे और अब तक 300 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। इससे ग्रस्त लोगों में सांस से जु़ड़ी समस्याएं, बुखार, खांसी आदि हैं। ज्यादा गंभीर मामलों में संक्रमण की वजह से निमोनिया, सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम, गुर्दे खराब होना और मौत तक हो सकती है।
अलर्ट पर दुनिया के कई देश
इंसानों से इंसानों में इस विषषाणु के प्रसार की पुष्टि के बाद दुनियाभर में इसे लेकर दुनिया के कई देशों में अलर्ट जारी किया गया है। थाईलैंड, जापान और दक्षिण कोरिया में इसके मामले सामने आए हैं। चीन में मरने वालों की संख्या छह हो गई है। जबकि 15 चिकित्सा कर्मचारी इससे संक्रमित हो चुके हैं। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने सोमवार तक 291 मामलों की पुष्टि की थी। मंगलवार को देश के अन्य भागों में भी इस वायरस के फैलने का पता चला।
2002 में सार्स ने मचाया था कहर
बता दें कि इसी तरह के एक वायरस से 2002 में सार्स (एसएआरएस) संबंधी बीमारी फैली थी। चीन के दक्षिणी इलाके से शुरू हुई इस बीमारी की चपेट में आकर दो दर्जन देशों के 800 लोगों की मौत हो गई थी।