Move to Jagran APP

Man Vs Wild: पीएम मोदी इन जानवरों के बीच आ सकते हैं नजर, जानिए- Jim Corbett Park का इतिहास

जिम कार्बेट का पूरा नाम जेम्स एडवर्ड कार्बेट था। इनका जन्म 25 जुलाई 1875 में हुआ था। जिम कार्बेट बचपन से ही बहुत मेहनती और नीडर व्यक्ति थे

By Nitin AroraEdited By: Published: Mon, 12 Aug 2019 06:42 PM (IST)Updated: Mon, 12 Aug 2019 09:25 PM (IST)
Man Vs Wild: पीएम मोदी इन जानवरों के बीच आ सकते हैं नजर, जानिए- Jim Corbett Park का इतिहास
Man Vs Wild: पीएम मोदी इन जानवरों के बीच आ सकते हैं नजर, जानिए- Jim Corbett Park का इतिहास

नई दिल्ली, जेएनएन। जिम कॉर्बेट(Jim Corbett Park) काफी फेमस है, अमूमन हर व्यक्ति इस पार्क के बारे में जानता है। यह नाम तब और ज्यादा सुर्खियों में आ गया जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Man Vs Wild के एक शो के लिए यहां शूटिंग की। अब हर कोई पीएम मोदी को इस शो में देखने के लिए काफी उत्साहित हैं। इसकी एक वजह ये भी है कि इस शो में पीएम मोदी विश्व के सबसे लोकप्रिय Man Vs Wild में इसके होस्ट बेयर ग्रील्स (Bear Grylls) के साथ नजर आएंगे।

loksabha election banner

बेयर ग्रील्स यानी एडवेंचर को लेकर कुछ भी करना। तो ऐसे में हर किसी की नजरें पीएम मोदी पर हैं। लोग पीएम मोदी की वाइल्डलाइफ एडवेंचर यात्रा को देखना चाहते हैं। हालांकि, अब कुछ ही घंटें बाकी रह गए पीएम मोदी के शो को। यह शो रात 9 बजे से डिस्कवरी चैनल पर शुरु होगा। वहीं, लोग यह भी देखना चाहते है कि क्या पीएम मोदी का इस शो में किसी जानवर से सामना होगा?

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का इतिहास
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय पार्क है। प्रसिद्ध वन्यजीव संरक्षणवादी और लेखक जिम कॉर्बेट ने 1930 के दौरान इस क्षेत्र की स्थापना में ब्रिटिश सरकार की सहायता की थी और और 1936 में लुप्तप्राय बंगाल बाघ की रक्षा के लिए हैंली नेशनल पार्क के रूप में स्थापित किया गया था।

यह उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले के रामनगर नगर के पास स्थित है और इसका नाम जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया था जिन्होंने इसकी स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस पार्क का नाम जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क जिम कॉर्बेट को श्रद्धांजलि और वन्य जीवन के संरक्षण के योगदान के लिए रखा गया क्योंकि उन्होंने इस पार्क की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

जिम कार्बेट
जिम कार्बेट का पूरा नाम जेम्स एडवर्ड कार्बेट था। इनका जन्म 25 जुलाई 1875 में हुआ था। जिम कार्बेट बचपन से ही बहुत मेहनती और नीडर व्यक्ति थे। उन्होंने कई काम किये। इन्होंने ड्राइवरी, स्टेशन मास्टरी तथा सेना में भी काम किया और अंत में ट्रान्सपोर्ट अधिकारी तक बने परन्तु उन्हें वन्य पशुओं का प्रेम अपनी ओर आकर्षित करता रहा। जब भी उन्हें समय मिलता, वे कुमाऊँ के वनों में घूमने निकल जाते थे। वन्य पशुओं को बहुत प्यार करते। जो वन्य जन्तु मनुष्य का दुश्मन हो जाता - उसे वे मार देते थे।

अब पीएम मोदी इस पार्क में नजर आने वाले है और कई ट्रेलर में इसके बाहर आ चुके है, जिसे उत्सुकता और बढ़ गई है। तो आपको यहां यह बताना भी बनता है कि इस जिम कॉर्बेट पार्क में कौन-कौनसे जानवर पाए जाते है।

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क हमेशा से पशुवर्ग के रहने के लिए एक बेहद अनुकूल स्थान रहा हैं। इस नेशनल पार्क में खास रूप से एशियाई हाथी और घड़ियाल के साथ कई लुप्तप्राय जानवर और गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों का आवास है। जिम कॉर्बेट सफारी यहां साल भर आने वाले पर्यटकों को लुभाने के लिए बेहद खास है।

 

इस सफारी ड्राइव में सबसे मुख्य आकर्षण राजसी रॉयल बंगाल टाइगर है। यहां पाई जाने वाली अन्य प्रजातियां जैसे एशियाई ब्लैक बीयर, वॉकिंग डियर, हॉग डियर, सांभर, स्लॉथ भी बेहद खास है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग के सामान है क्योंकि यहाँ पक्षियों की 600 प्रजातियों का घर है जिनमें ग्रेट चितकबरा हॉर्नबिल, सफेद पीठ वाला गिद्ध। मोर, हॉजसन बुशचैट, नारंगी स्तन वाले हरे कबूतर, समुद्री मछली ईगल, गोल्डन ओरियो, मछली उल्लू, शामिल हैं। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में लुप्तप्राय सरीसृप, मुगर मगरमच्छ, और किंग कोबरा भी पाए जाते हैं।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.