Man Vs Wild: जानिए कितने तूफानी हैं Bear Grylls जो कराएंगे पीएम मोदी को एडवेंचर यात्रा
Man Vs Wild शो के एंकर बीयर ग्रिल्स पर एडवेंचर और स्टंट का खुमार इस तरह सवार है कि उन्होंने अपने बेटे की जान दांव पर लगा दी थी।
नई दिल्ली, जेएनएन।Man Vs Wild, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया का लोकप्रिय शो Man vs Wild में नजर आने वाले हैं। डिस्कवरी टीवी के इस कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी ने वाइल्डलाइफ एडवेंचर यात्रा की शूटिंग की है। ये एपिसोड 12 अगस्त को रात 9 बजे टेलिकास्ट होगा। इस शो के होस्ट बीयर ग्रिल्स ने खुद एक वीडियो ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। इस एपिसोड में वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण बदलाव जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को भी संबोधित किया जाएगा।
पीएम मोदी से पहले इस शो में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बाराक ओबामा समेत कई कई हस्तियां इस शो का हिस्सा बन चुकी हैं। इस शो के एंकर बीयर ग्रिल्स पर एडवेंचर और स्टंट का खुमार इस तरह सवार है कि उन्होंने अपने बेटे की जान दांव पर लगा दी थी। यहीं नहीं उन्हें इस वजह से सेना छोड़नी पड़ी थी। आइए जानते हैं बीयर ग्रिल्स से जुड़ी इसी तरह की दिलचस्प बातें।
पिता राजनेता और दादा, परदादा क्रिकेटर
बेयर ग्रिल्स ब्रिटेन के एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता सर माइकल ग्रिल्स एक राजनेता थे। उनके दादा, परदादा मशहूर क्रिकेटर थे। ग्रिल्स लंबे समय से टेलीविज़न शो के जरिए एडवेंचर और प्रकृति के साथ जुड़े रहे हैं। एस्केप टू दि लीजन, बॉन सर्वाइवर/मैन वर्सेज़ वाइल्ड, वर्स्ट केस सिनारियो, एस्केप फ्रॉम हेल, मिशन सर्वाइव समेत कई लोकप्रिय कार्यक्रमों में काम कर चुके हैं।
ब्रिटिश सेना में भी रह चुके हैं ग्रिल्स
ग्रिल्स ब्रिटिश सेना में भी रह चुके हैं। उन्होंने 1994-1997 तक ब्रिटिश सेना को सेवा दी। क्लाइंबिंग, पैराशूटिंग, सर्वाइवल, निरस्त्र युद्ध जैसे क्षेत्रों में उन्हें महारत हासिल है। उनको एक रेजीमेंट के सर्वाइवल प्रशिक्षक के तौर पर उत्तर अफ्रीका में दो बार तैनात किया गया था। इस दौरान उनके साथ दो हादसे हुए। पैराशूट से फ्री फॉल के दौरान पहले हादसे में वो बाल-बाल बचे, लेकिन अगले ही साल केन्या में बड़ा हादसा हुआ और समय पर पैराशूट न खुल पाने के कारण वह गंभीर रूप से चोटिल हो गए। इस दौरान उनके रीढ़ की हड्डी में तीन गंभीर फ्रैक्चर हुए और उन्हें सेना छोड़नी पड़ी।
बेटे की जिंदगी को लगा दी थी दांव पर
एडवेंचर को लेकर ग्रिल्स इस कदर से पागल हैं कि उन्होंने साल 2015 में अपने बेटे जेसी को उत्तरी वेल्स तट पर स्थित सेंट टडवॉल द्वीप पर अकेला छोड़ दिया था। उनका यह प्रयोग यह देखने के लिए था कि द्वीप पर ज्वार भाटे से पहले एक लाइफबोट इंस्टिट्यूशन उनको बचा पाता है या नहीं। इंस्टिट्यूट को बचाव कार्य के मिशन की साप्ताहिक प्रैक्टिस करना थी। हालांकि, जेसी को कोई खतरा होने से पहले बचा लिया गया, लेकिन ग्रिल्स की इसके लिए काफी आलोचना हुई।
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