ममता ने मुकुल को अब संसदीय सलाहकार समिति से हटाया
तृणमूल कांग्रेस ने उनकी जगह नवनियुक्त राज्यसभा सदस्य मनीष गुप्ता को नामित किया है। गुप्ता मार्च में ही सांसद बने हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब अपने वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य मुकुल रॉय से पूरी तरह दूरी बना रही हैं। एक हफ्ता पहले पार्टी ने मुकुल को परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष पद से हटाते हुए उनकी जगह सांसद डेरेक ओ ब्रायन को नामित किया था। उसके बाद अब उन्हें गृह मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति (पीएआर) से भी हटा दिया गया है। तृणमूल कांग्रेस ने उनकी जगह नवनियुक्त राज्यसभा सदस्य मनीष गुप्ता को नामित किया है। गुप्ता मार्च में ही सांसद बने हैं।
सूत्रों के अनुसार पार्टी ने इस बाबत राज्यसभा सचिवालय को पत्र भेजकर सूचित कर दिया है कि पीएआर के पैनल में अब मुकुल की जगह मनीष गुप्ता होंगे। एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार मुकुल के पर कतरे जाने से अब यह साफ हो गया है कि भाजपा नेताओं के साथ नजदीकियों के चलते तृणमूल नेतृत्व उनसे बेहद नाराज है। वैसे बहुचर्चित सारधा चिटफंड घोटाले में सीबीआइ द्वारा फरवरी, 2015 में मुकुल से पूछताछ किए जाने के बाद से ही वे पार्टी में अलग-थलग चल रहे हैं। लेकिन पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी के साथ मतभेद दूर होने के बाद वे पूरी तरह सक्रिय दिखे थे। अब फिर से उन्हें हासिये पर धकेलने का दौर जारी है।
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