ममता बनर्जी: दीदी की आरती
ममता बनर्जी जी को हल्के में लेना बड़ा भारी पड़ता है। उनकी ताकत का अंदाजा दुनिया जानती है। उनके मुंह में अगर बर्रैया [ततैया] के काटने से भी सूजन आ जाए, तो बर्रैया तो जान से जाती ही है, केंद्र सरकार हिल जाती है। पीएम का सिंहासन डोलने लगता है। ऐसे में अगर उनका मुंह गुस्से से फूल गया तो..? तब तो भगवान ही मालिक है। सरकार है कि
ममता बनर्जी जी को हल्के में लेना बड़ा भारी पड़ता है। उनकी ताकत का अंदाजा दुनिया जानती है। उनके मुंह में अगर बर्रैया [ततैया] के काटने से भी सूजन आ जाए, तो बर्रैया तो जान से जाती ही है, केंद्र सरकार हिल जाती है। पीएम का सिंहासन डोलने लगता है। ऐसे में अगर उनका मुंह गुस्से से फूल गया तो..? तब तो भगवान ही मालिक है।
सरकार है कि उनका मुंह कभी डीजल के दाम बढ़ाकर तो कभी रेल किराया बढ़ाकर फुला देती है। वे अपने गुंडा टाइप सुरक्षा कर्मी से लेकर गऊ टाइप प्रधानमंत्री तक को थप्पड़ मारने को उद्यत हो जाती है। भाई, अपना मुंह सूजा हो, तो सामने वाला पिचका मुंह लेकर कैसे घूम सकता है। हुरियार बताते हैं कि दादा प्रणव मुखर्जी के पास दाद, खाज, खुजली, सूजन, अफ्रक, ललौसी, लद्दर.. सारे मर्ज में लगाने वाला दर्द नाशेबल मरहम हुआ करता था।
दादा के मलहम लगाते ही दीदी का फूला हुआ मुंह पिचक जाता था। जब से दादा सुपर महामहिम हो गए हैं, तब से केंद्र सरकार को बड़ी दिक्कत आ रही है। हुरियार बताते हैं कि दीदी के कोप को शांत करने के लिए दरबारी कवि उनकी आरती लिख रहे हैं। [विवेक भटनागर]
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर