क्या सरकार के पास है अलादीन का चिराग: मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज लोकसभा में सरकार पर जमकर निशाना साधा। खड़गे ने आवंटन में कटौती पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या सरकार के पास कोई अलादीन का चिराग है?
नई दिल्ली। कांग्रेस ने आज लोकसभा में सरकार से रेल मंत्रालय के तहत विभिन्न मदों में आवंटन में कटौती को लेकर सवाल किया। लोकसभा में कांग्रेस के नेता और पूर्व रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार से सवाल किया कि हर तरह के आवंटन में कटौती करके विकास कैसे होगा? क्या सरकार के पास कोई अलादीन का चिराग है जो खुल जा सिमसिम बोलते ही सभी काम कर देगा ?
उधर, भाजपा ने सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए कहा कि पहली बार आम जन के साथ राजस्व दिलाने वाली योजनाओं को प्राथमिकता देने और लंबित परियोजनाओं को पूरा करने की प्रतिबद्ध पहल की गई है।
खड़गे ने कहा कि सरकार बुलेट ट्रेन का ट्रैक बनाने के लिए 200 करोड़ रूपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से खर्च करना चाहती है जबकि सामान्य रेल ट्रैक 20 करोड़ रूपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से बनाये जा सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को पहले अपनी प्राथमिकता तय करनी चाहिए। बड़ी बड़ी बातें केवल जनता को भ्रमित करने के लिए ही हैं।’’ वहीं भाजपा के योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे के विकास के लिए किये जा रहे प्रयास सराहनीय है जो व्यवहारिक एवं दूरदर्शी सोच के साथ हो रहा है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने ये भी कहा कि इस सरकार के आने के बाद रेल दुर्घटनाओं में मौतों की औसतन संख्या में वृद्धि हुई है, वहीं महत्वपूर्ण विकास मदों में कोष में कटौती की गई है। अगर बजटीय आवंटन में कटौती होगी, तब ट्रैक का विकास, यात्री सुविधाओं की बेहतरी कैसे होगी? संरक्षा और सुरक्षा कैसे सुनिचित की जा सकेगी? उन्होंने कहा कि सरकार ने बड़े-बड़े वादे किये लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए दिशा का आभाव है। काम करने की बजाय मार्केटिंग पर जोर दिया जा रहा है।
खड़गे ने कहा कि रेलवे विकास कोष की राशि में 77 प्रतिशत की कटौती की गई है। अब जब कोष घट रहे हैं तब विकास के वादे कैसे पूरे होंगे? डेट सर्विस फंड में भी कटौती की गई है। रेलवे के दोहरीकरण के मद में भी कटौती की गई है। पूंजीगत व्यय मद में भी कटौती की गई। रेलवे की आय और राजस्व घटा है।
योगी आदित्यनाथ का जवाब
भाजपा के योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे के विकास के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय है जो व्यवहारिक एवं दूरदर्शी सोच के साथ हो रहा है। उन्होंने कहा कि पहली बार आम जन और राजस्व प्रदान करने वाली परियोजनाओं को प्राथमिकता दी गई है। यह भारतीय रेल में हुए बदलाव से स्पष्ट है। आदित्यनाथ ने सवाल किया कि क्या आम आदमी कभी अपनी समस्याओं के संदर्भ में रेल मंत्री से बात कर सकता था? आज यात्री अपनी समस्याएं सीधे रेल मंत्री के समक्ष रख सकता है और यथासंभव उसे समाधान भी मिलता है।