भारत में अवैध तरीके से दाखिल हुआ इस देश का पूर्व उपराष्ट्रपति, सरकार ने वापस भेजा
अहमद अदीब को तूतीकोरिन बंदरगाह से उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह भारत में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे।
थूथुकुडी, एएनआइ। भारत में अवैध तरीके से दाखिल हुए मालदीव के पूर्व उपराष्ट्रपति अहमद अदीब (Ahmed Adeeb) को वापस भेज दिया गया है। अहमद अदीब अब्दुल गफूर गुरुवार को समुद्री मार्ग से तमिलनाडु के तूतीकोरिन बंदरगाह पहुंचे थे। सूचना मिलने पर केंद्रीय एजेंसियां सक्रिय हो गईं और उन्होंने गफूर से पूछताछ की।
इससे पहले भारतीय एजेंसियों ने अवैध तरीके से तूतीकोरिन पोर्ट (Tuticorin Port ) पहुंचे अदीब को हिरासत में लिया। अधिकारी के अनुसार गफूर के आने की कोई सूचना उनके पास नहीं थी। जो जहाज उन्हें लेकर आया है उसके नौ सदस्यीय चालक दल को भी रोक लिया गया है। वह 'व्रिगो 9' नामक पोत पर थूथुकुडी पहुंचे थे।
नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि देश में विदेशियों के लिए निर्धारित प्रवेश मार्ग से गफूर भारत नहीं आए हैं। उनके इस तरह से भारत आने की अनुमति नहीं थी। पूछताछ में पता चला है कि उनके पास निर्धारित यात्रा दस्तावेज नहीं हैं। इसलिए अब उन्हें भारत में रुकने की अनुमति नहीं दी जा सकती और उन्हें वापस कर दिया जाएगा।
बता दें कि 37 वर्षीय अदीब 2015 में मालदीव के उपराष्ट्रपति थे। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह के खिलाफ विद्रोह किया था, जिसके बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था। गौरतलब है कि अहमद अदीब को आतंकवाद और भ्रष्टाचार के आरोप में तीन साल की जेल हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि मालदीव हिंद महासागर के बीच भारत का मित्र देश है। वहां पर चीन भी अपना प्रभाव जमाना चाह रहा है। कई साल राजनीतिक उठापटक के बाद वहां पर इसी साल लोकतंत्र की बहाली हुई है। वहां की राजनीतिक स्थिति बहुत संवेदनशील है। इस लिहाज से भारत सरकार ने सोच-समझकर इस मामले में फैसला किया है।
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