महर्षि वाल्मीकि जयंती आज, पीएम मोदी बोले- देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं
महर्षि वाल्मीकि को कई भाषाओं का ज्ञान था और वो एक कवि के रूप में भी जाने जाते हैं। महर्षि बनने से पूर्व वाल्मीकि, रत्नाकर नाम से जाने जाते थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। आज महर्षि वाल्मीकि जयंती है। आश्विन माह में शरद पूर्णिमा के दिन महर्षि वाल्मीकि का जन्म हुआ था। महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि हैं। भगवार श्रीराम के भक्त वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा में 'रामायण' की रचना की थी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने लोगों को बधाई दी है।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'महर्षि वाल्मीकि जयंती की सभी देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।' वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोशल मीडिया पर लोगों को इस अवसर पर कहा, सभी को महर्षि वाल्मीकि जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।'
वहीं आरएसएस के सरकार्यवाह सुरेश जोशी ने ट्वीट किया, 'श्रेष्ठ महात्मा महर्षि वाल्मीकि जी का आज हम स्मरण करें। उन्होंने ही भगवान राम का दर्शन हमें कराया। ऐसे महान महर्षि को शत-शत प्रणाम कर उनकी जयंती के पावन अवसर पर हम समाज में व्याप्त सभी प्रकार का भेदभाव, विषमता एवं ऊंच-नीच के भाव को समाप्त करने का संकल्प लें।'
महर्षि वाल्मीकि को कई भाषाओं का ज्ञान था और वो एक कवि के रूप में भी जाने जाते हैं। महर्षि बनने से पूर्व वाल्मीकि, रत्नाकर नाम से जाने जाते थे। नारद मुनि ने उन्हें राम नाम जपने की सलाह दी, जब श्रीराम ने सीता का त्याग कर दिया तब महर्षि वाल्मीकि ने ही इनको आश्रय दिया। उनके आश्रम में ही माता सीता ने लव-कुश को जन्म दिया।