Maharashtra political crisis: महाराष्ट्र में कल होगा फ्लोर टेस्ट, 30 जून को सभी बागी विधायक के साथ शिंदे पहुंचेंगे मुंबई
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य विधानसभा सचिव को 30 जून को राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए पत्र लिखा है जिसमें सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ विश्वास मत का एकमात्र एजेंडा है। महाराष्ट्र में कल फ्लोर टेस्ट होना तय है।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच कल होगा फ्लोर टेस्ट। सभी बागी विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे कल मुंबई पहुंचेंगे। वहीं, अब से कुछ देर पहले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायक गुवाहाटी के होटल से कामाख्या देवी मंदिर के लिए रवाना हुए। एकनाथ शिंदे ने अन्य विधायकों के साथ गुवाहाटी में स्थित कामाख्या देवी मंदिर में पूजा अर्चना की।
मंदिर से निकलने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मैं कल फ्लोर टेस्ट के लिए मुंबई जाऊंगा। एकनाथ शिंदे ने कहा- मैं यहां महाराष्ट्र की शांति और खुशी के लिए प्रार्थना करने आया हूं। फ्लोर टेस्ट के लिए कल मुंबई जाऊंगा और सभी प्रक्रिया का पालन करूंगा।
मैं यहां महाराष्ट्र की शांति और खुशी के लिए प्रार्थना करने आया हूं। फ्लोर टेस्ट के लिए कल मुंबई जाऊंगा और सभी प्रक्रिया का पालन करूंगा: बागी शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे, गुवाहाटी, असम pic.twitter.com/uBxBHhPfE7— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 29, 2022
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में 30 जून को सुबह 11 बजे राज्य विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाकर बहुमत साबित करने करने के लिए कहा है।
Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari has written to state Assembly secretary to convene a special session of the State Assembly on June 30, with the only agenda of a trust vote against CM Uddhav Thackeray pic.twitter.com/9M5htIIE9R— ANI (@ANI) June 29, 2022
इस बीच, महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को 8 निर्दलीय विधायकों के साथ महाराष्ट्र के राज्यपाल को एक पत्र सौंपा था जिसमें तत्काल फ्लोर टेस्ट की मांग की गई थी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को बागी विधायकों से बातचीत के लिए आने की अपील की थी। 'किसी के गलत कामों के झांसे में न आएं। शिवसेना द्वारा आपको दिया गया सम्मान कहीं नहीं मिल सकता। अगर आप आगे आकर बोलते हैं, तो हम मुद्दों को सुलझा लेंगे। शिवसेना पार्टी प्रमुख और परिवार के मुखिया के रूप में, मैं अभी भी चिंतित हूं आपके बारे में। बातचीत के लिए यहां आएं।'
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी गुट के बीच सियासी खींचतान अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है। अलग हुए खेमे की ओर से दायर याचिका में शिंदे और 15 अन्य बागी विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही को चुनौती दी गई है।
सूत्रों ने सोमवार को कहा, 'महाराष्ट्र के बागी विधायकों के असम के गुवाहाटी में रैडिसन ब्लू होटल में अधिक दिनों तक रहने की संभावना है। होटल को 5 जुलाई तक बुक किया गया था और अब आवश्यकता के अनुसार बुकिंग को बढ़ाया जा सकता है।'
पार्टी प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चुनौती देने वाले विधायकों की सुरक्षा को लेकर सोमवार को शिंदे ने शीर्ष अदालत में एक अलग याचिका दायर की थी। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने सोमवार को याचिकाओं पर सुनवाई की।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बागी विधायकों की अयोग्यता की कार्यवाही 11 जुलाई तक टालने के बाद एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया, 'यह बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व और आनंद दिघे के विचारों की जीत है।'
विशेष रूप से, 25 जून को शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को पार्टी के भीतर विद्रोह को नियंत्रण में लाने के लिए विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई करने का पूर्ण अधिकार देने वाले छह प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे के विद्रोह के मद्देनजर बुलाई गई थी, जिसने न केवल राज्य में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को अस्थिर कर दिया है, बल्कि ठाकरे के पार्टी पर नियंत्रण खोने का भी खतरा है।