सरकारी श्वेतपत्र के जवाब में विपक्ष का स्याहपत्र
मुंबई [जागरण संवाददाता]। महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले पर सरकारी श्वेतपत्र के जवाब में विपक्ष ने स्याहपत्र पेश किया। सोमवार को महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन यह पत्र पेशकर विपक्ष ने तीखे तेवर के संकेत दे दिए। राज्य के मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने अजीत पवार के फिर उपमुख्यमंत्री बनने का विरोध करते हुए वि
मुंबई [जागरण संवाददाता]। महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले पर सरकारी श्वेतपत्र के जवाब में विपक्ष ने स्याहपत्र पेश किया। सोमवार को महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन यह पत्र पेशकर विपक्ष ने तीखे तेवर के संकेत दे दिए। राज्य के मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने अजीत पवार के फिर उपमुख्यमंत्री बनने का विरोध करते हुए विधानसभा में सिंचाई घोटाले पर स्याहपत्र पेश किया। इसमें घोटाले पर तैयार सरकारी श्वेतपत्र में पेश आंकड़ों को परत-दर-परत झुठलाया गया है।
भाजपा विधायक देवेंद्र फडणवीस द्वारा तैयार यह पत्र विधानसभा में विपक्ष के नेता एकनाथ खडसे ने पेश किया। आरोप लगाया गया है कि तत्कालीन सिंचाई मंत्री अजीत पवार और उनके विभाग के उच्च अधिकारियों ने आवश्यक प्रक्रियाओं की अनदेखी कर निविदा मूल्य में 20 हजार करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की। साथ ही पिछले दशक के दौरान राज्य में 4.99 फीसद सिंचन क्षेत्र बढ़ने के सरकरी दावे को भी गलत ठहराया। स्याहपत्र के अनुसार सिंचन क्षेत्र में बढ़ोतरी 0.1 प्रतिशत ही हुई है। कुछ दिन पहले सरकार द्वारा सिंचाई घोटाले पर तैयार श्वेतपत्र में अजीत पवार को क्लीनचिट मिलने के बाद उन्होंने फिर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है।
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