Move to Jagran APP

Kumbh mela 2019 : मॉडल, फैशन डिजाइनर, खिलाड़ी और नेता भी बन रहे महामंडलेश्वर

महामंडलेश्वर बनना आसान नहीं है। इसके बावजूद फ्रांस, रूस और जापान जैसे कई देशों के अनुयायी दीक्षा लेने के लिए कुंभ आ रहे हैं।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Tue, 05 Feb 2019 10:57 AM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 10:57 AM (IST)
Kumbh mela 2019 : मॉडल, फैशन डिजाइनर, खिलाड़ी और नेता भी बन रहे महामंडलेश्वर
Kumbh mela 2019 : मॉडल, फैशन डिजाइनर, खिलाड़ी और नेता भी बन रहे महामंडलेश्वर

कुंभनगर, ज्ञानेन्द्र सिंह। आंख बंदकर ताली बजाते हुए भजन गाती रूस की यूनिकोवा अब कृष्णा गिरी के नाम से भक्तों के बीच पहचानी जातीं हैं। सरकारी स्कूल में डांस टीचर रहीं यूनिकोवा ने 2010 में दीक्षा ली थी। अब संन्यास लेकर महामंडलेश्वर बनने की कतार में हैं। उनके सैकड़ों अनुयायी भी रूस से कुंभ मेले में पहुंचे हैं। कभी मास्को में फैशन डिजाइनर रहीं आनंद लीला महामंडलेश्वर बन गईं हैं। फैशन की दुनिया में खास पहचान बना चुकी आनंद लीला मॉडल भी थीं। कई बड़ी फैशन प्रतियोगिताओं का वह हिस्सा रहीं। उनको भले अंग्रेजी और हिंदी नहीं आती, मगर अनुवादक के माध्यम से क्रियायोग के विषय पर भारतीय संतों से चर्चा कर रही हैं।

loksabha election banner

ये नाम उदाहरण भर हैं। कुंभ की आध्यात्मिक आभा में देश-दुनिया सिमटती जा रही है। महामंडलेश्वर केको आइकावा मूलरूप से जापान की रहने वाली हैं, वह महामंडलेश्वर बन गई हैं। शाही स्नान में शामिल होने के लिए वह बीते शुक्रवार को ही संगम की रेती पर पहुंचीं। जापान में फ्यूजी टेलीविजन की प्रोड्यूसर रह चुकीं हैं। नेपाल की गिरी भी महामंडलेश्वर हैं, जो कि भारत और नेपाल में कुष्ठ रोगियों के लिए व्यापक स्तर पर काम कर रहीं हैं। रूस के विष्णु देवानंद महाराज भी प्रोफेशनल थे और अब धर्म-अध्यात्म में रम गए हैं। भूटान की फुटबाल खिलाड़ी श्रद्धा गिरि भी महामंडलेश्वर हैं। सिक्किम निवासी श्रद्धा एनसीसी कैडेट के साथ गायिका भी थीं।बाल्यकाल से ही उनकी धर्म-अध्यात्म में रुचि थी। वह अंग्रेजी के साथ धारा प्रवाह हिंदी भी बोलती हैं।

हरियाणा से आईं चेतना माता भी कभी आइएएस-आइपीएस की तैयारी कर रही थीं, लेकिन अब महामंडलेश्वर बनकर हरियाणा में योग अध्यात्म की अलख जला रही हैं। मेधावी चेतना की राह भी अब धर्म और अध्यात्म है। मध्य प्रदेश के उज्जैन विश्वविद्यालय में छात्रसंघ सचिव और उपाध्यक्ष रह चुके शैलेशानंद अब महामंडलेश्वर हैं, वह मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रवक्ता थे। इनका क्रिकेट के अलावा अभिनय से भी नाता रहा। अवसाद के खिलाफ अभियान चलाने वाले शैलेशानंद सनातन अध्यात्म लोगों को समझाते हैं। मध्य प्रदेश के पिछड़े जिलों में आश्रम के माध्यम से नशे से भी निजात के लिए काम कर रहे हैं।

ऐसे बनते हैं महामंडलेश्वर
महामंडलेश्वर बनना आसान नहीं है। इसके बावजूद फ्रांस, रूस और जापान जैसे कई देशों के अनुयायी दीक्षा लेने के लिए कुंभ आ रहे हैं। दीक्षा के बाद जब उनके संन्यास जीवन पर अखाड़ा संतोष जता देता है तब उन्हें महामंडलेश्वर घोषित किया जाता है। इस दौरान उन्हें गृहस्थ जीवन का त्याग करना पड़ता है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि का कहना है कि कठिन तप-तपस्या के बाद ही संन्यासी महामंडलेश्वर बनाए जाते हैं।

ज्योतिषी अनूप गिरि बने महामंडलेश्वर
जम्मू-कश्मीर से आए ज्योतिषी अनूप गिरि को शनिवार को महामंडलेश्वर बनाया गया। निरंजनी अखाड़ा में उनका पट्टाभिषेक हळ्आ। उन्होंने 20 वर्ष पहले संन्यास ग्रहण किया था। 30 से ज्यादा संन्यासी भी कुंभ में महामंडलेश्वर बनने जा रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.