मुदैर में 120 प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना संकट में बंद रखने पर जिला प्रशासन ने भेजा नोटिस
तमिलनाडु के मुदैर में 120 अस्पतालों को कोरोना संकट में बंद रखने का आरोप लगा है। इसके बाद जिला प्रशासन ने सभी अस्पतालों को नोटिस जारी किया है।
मुदैर, एएनआइ। तमिलनाडु के मुदैर में 120 अस्पतालों को कोरोना संकट में बंद रखने का आरोप लगा है। इसके बाद जिला प्रशासन ने सभी अस्पतालों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। कोरोना संकट में राज्य में सभी अस्पतालों को खुले रखने और मरीजों को सेवा करने करने के निर्देश दिए गए हैं इसके बाद यहा पर 12 प्राइवेट अस्पताल बंद रहें। इसकी जानकारी मिलते ही प्रशासन सख्त हुआ और सभी को नोटिस करते हुए जबाव मांगा है।
15 जुलाई को किए गए एक क्षेत्र के अध्ययन में जिले में 120 निजी अस्पतालों को बंद पाया गया था, जिसके बाद जिला प्रशासन ने सभी को स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की सिफारिश की है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत प्रशासन ने भी अस्पतालों को खुले रहने और कामकाज जारी रखने का निर्देश दिया है।
मदुरै तमिलनाडु में दूसरा सबसे बुरी तरह प्रभावित COVID-19 जिला है। बिस्तरों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कॉलेजों में चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए COVID-19 अस्पताल स्थापित किए गए हैं और डॉक्टरों के कहने के बाद 4 जुलाई को अम्मा किचन भी शुरू किया गया था, ताकि स्वस्थ आहार से मरीजों को संक्रमण से उबरने में मदद मिल सके।
अम्मा चेरिटेबल ट्रस्ट ने मदुरै चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में एक भव्य रसोईघर स्थापित किया है, जहां 150 लोग 2,000 लोगों के लिए भोजन तैयार करने में शामिल हैं। तमिलनाडु के मंत्री आरबी उदयकुमार नियमित रूप से जिले में गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं। इस दौरान खाद्य पदार्थों को बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जिन्हें दिन में पांच बार परोसा जाता है, जिसमें रोग से लड़ने में रोगियों की मदद करने के लिए स्वस्थ और पौष्टिक भी शामिल हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शुक्रवार तक तमिलनाडु में 1,56,369 कोरोना मामलों की पुष्टि हुई। इसमें 46,717 सक्रिय मामले शामिल थे, जबकि 1,07,416 रोगियों को ठीक किया गया और उन्हें छुट्टी दे दी गई। राज्य में बीमारी के कारण अब तक 2,236 मौतें हो चुकी हैं।