Madhya Pradesh: गले नहीं उतर रही पुलिस की कहानी, जीतू ने किया सरेंडर!
जीतू के खिलाफ मानव तस्करी यौन शोषण जैसे तमाम केस। जेल में बंद बेटे अमित के खिलाफ भी 18 मामले दर्ज।
इंदौर, जेएनएन। बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले में जीतू सोनी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की कहानी किसी के गले नहीं उतर रही है। अधिकारियों का दावा है कि जीतू को पुश्तैनी घर से पकड़ा गया है, जबकि उसके घर, रिश्तेदार और परिचितों के यहां इंदौर की तत्कालीन डीआइजी रचिवर्धन मिश्र और क्राइम ब्रांच पुलिस दर्जनों बार छापे मार चुकी है। ऐसे में जीतू उसी घर में रुकेगा, यह किसी के गले नहीं उतर रहा।
उसके स्वजन का दावा है कि जीतू खुद पुलिस के समक्ष पेश हुआ। रविवार को इंदौर कोर्ट में पेश किए जाने के दौरान भी पलासिया थाने के एक पुलिसकर्मी ने जीतू का हाथ पकड़ा तो उसने यह कहते हुए झटक दिया 'खुद यहां आया हूं। जब आठ महीने से मुझे नहीं पकड़ पाए तो आज कैसे हाथ पकड़ रहे हो'। इसके बाद पेशी करवा रहे एक अधिकारी ने उक्त जवान को फटकार लगाई और जीतू को सम्मान के साथ बैठा दिया।
बताते हैं कि जीतू अपने भाई महेंद्र की चार दिन पूर्व गिरफ्तारी से टूट गया था। महेंद्र को तीसरे चरण का कैंसर है। उसे खून की उल्टी होती है। इसके बाद जीूत ने खुद एक अधिकारी को संदेश भेजा कि वह हाजिर होने के लिए तैयार है। उक्त अधिकारी ने केस की निगरानी कर रहे बड़े नेता व अधिकारी को उक्त चर्चा बताई। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद गिरफ्तारी की 'स्कि्रप्ट' लिखी गई।
जीतू सोनी के खिलाफ इंदौर के अलग-अलग पुलिस थानों में 45 से ज्यादा एफआइआर दर्ज हैं। इनमें मानव तस्करी, यौन शोषण, अवैध वसूली, संपत्ति पर अवैध कब्जे जैसे कई मामले हैं। इनमें ज्यादातर में उसके साथ परिवार का कोई न कोई सदस्य भी सह आरोपित है। जीतू पर कार्रवाई की शुरुआत दिसंबर 2019 में उसकी माय होम होटल में छापेमारी के साथ हुई थी। जीतू के बेटे अमित सोनी के खिलाफ भी 18 केस दर्ज हैं। वह फिलहाल जेल में है।
बिना इजाजत होटल में चलाता था डांस बार
जीतू पर होटल माय होम में बिना अनुमति के डांस बार चलाने का आरोप है। आरोप है कि होटल में युवतियों को बंधक बनाकर काम कराया जाता था। दिसंबर 2019 में जब छापा मारा गया तो वहां छोटे-छोटे कमरों में 67 लड़कियां मिली थीं। ये मप्र से बाहर की थीं और ज्यादातर गरीब परिवारों की थीं।
डांस बार में नेताओं व अफसरों को बुलाकर करता था ट्रैप
आरोप है कि जीतू के होटल में इन युवतियों को बंधक बनाकर यौन शोषण किया जाता था। जीतू डांस बार में अधिकारियों और नेताओं को बुलाकर उन्हें ट्रैप करता था और उन्हें ब्लैकमेल कर पैसा वसूलता था। संपत्तियों पर अवैध कब्जा कर रकम वसूलने का आरोप भी है।
भैयूजी मामले में अहम कड़ी
अध्यात्म गुरु भैयूजी महाराज के भी जीतू काफी करीब पहुंच गया था। उनकी असामयिक मौत के सही कारणों की तलाश करने में जीतू सोनी अहम कड़ी हो सकता है। संभव है कि भैयूजी को ब्लैकमेल करने में इसकी कोई भूमिका भी रही हो।
आरएसएस नेता का रिश्तेदार है सोनी
जीतू सोनी गुजरात में आरएसएस के एक पुराने नेता का करीबी रिश्तेदार बताया जाता है। उसके पिता बरसों पहले व्यवसाय के चलते इंदौर जाकर बस गए। जीतू का जन्म भी इंदौर का ही बताया जाता है। इंदौर में अखबार का संपादक होने, अच्छे संपर्क व आलीशान जीवनशैली के चलते समाज में उसकी धाक थी। उसके अखबार सांझ लोकस्वामी का राजकोट के सोनी बाजार में कार्यालय था जो कुछ माह से बंद है। गुजरात व मुंबई में वह अपने अखबार को लांच करने की भी योजना बना रहा था।
नामी खोजी पत्रकार है जीतू
जीतू सोनी खुद एक खोजी पत्रकार रहा है, कई नामी नेताओं व अधिकारियों की काली करतूतों की सीडी बनाकर वह उन्हें ब्लैकमेल करने लगा। अवैध डांस बार की आड़ में काले धंधे करने लगा और अथाह दौलत बटोरने लगा। उसके एक करीबी बताते हैं कि बहुत कम समय में जीतू सोनी ने दौलत, शोहरत व अपनी धमक जमा ली थी।