मध्य प्रदेश: सिगरेट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में 105 करोड़ रुपये की GST चोरी का खुलासा
सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाने का भी आरोप है। काफी समय से कर चोरी को लेकर छोपेमारी चल रही है।
इंदौर, एएनआइ। जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) भोपाल, मध्यप्रदेश के अंतर्गत सेंट्रल जीएसटी इंटेलिजेंस टीम के अपर महानिदेशक ने एक सिगरेट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में 105 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का पता लगाया है। DGGI की जांच के अनुसार, यह चोरी अप्रैल 2019 से मई 2020 के बीच हुई। आपको बता दें कि विभाग ने सबसे ज्यादा टैक्स दर वाली वस्तु गुटखा, पाउच होने, ज्यादा टैक्स चोरी की आशंका और इसे खाने से कैंसर (कर्क) होने के कारण पूरे ऑपरेशन का नाम आपरेशन 'कर' रखा है।
70 से 80 फीसद गुटखा बिना बिल के बेचा जा रहा!
नई दुनिया के मुताबिक, गुटखा निर्माण के लिए कच्चा माल सप्लाई करने वाले कुछ व्यापारियों को भी पूछताछ को लेकर जांच एजेंसियां बुला रही हैं। इनसे आपूर्ति किए गए माल के साथ ही उसके भुगतान का माध्यम भी पूछा जाएगा। कच्चे माल की आपूर्ति में भी बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की गई है।
जांच एजेंसी के मुताबिक चूंकि निर्माण किए गए गुटखे का 70 से 80 फीसद टैक्स चोरी कर बिना बिल के बेचा जाता था, इसलिए इसके निर्माण के लिए कच्चा माल भी बिना बिल के ही खरीदा जाता था। जीएसटी लागू होने के बाद कच्चा माल बिल में खरीदा जाता तो उससे निर्मित उत्पाद का असल आंकड़ा सरकारी एजेंसियों के सामने आ जाता। नजर से बचाने के लिए कच्चे माल की ज्यादातर खेप को भी टैक्स चोरी कर मंगवाया जाता रहा। इससे भी सरकार को राजस्व की हानि हुई है।