पाकिस्तान में फंसे 15 भारतीयों को मध्य प्रदेश वापस लाएगी राज्य सरकार
पाकिस्तान में फंसे 15 भारतीय नागरिकों में इंदौर के नौ और भोपाल के छह नागरिक शामिल हैं।
भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश सरकार ने पाकिस्तान में फंसे 15 भारतीय नागरिकों को वापस लाने की तैयारी चल रही है। पाकिस्तान में फंसे मध्य प्रदेश के 15 नागरिकों को वाघा बार्डर से विशेष वाहन से प्रदेश लाया जाएगा। ये नागरिक कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन की वजह से पाकिस्तान में फंस गए थे। इनमें इंदौर के नौ और भोपाल के छह नागरिक हैं।
पाकिस्तान में फंसे लोगों के भारत वापस लौटने की खबर जैसे ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मिली। उन्होंने अपर मुख्य सचिव एवं स्टेट कंट्रोल रूम प्रभारी आईसीपी केशरी को संबंधित नागरिकों को प्रदेश लाने की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें इंदौर की राधा कुमारी, सुनील ठाकुर, कवि कुमार, शोभावंती, प्रीति गवलानी, नंदलाल पृथयानी, सरला माधवानी, गीता चंदवानी और अनिल कुमार वासानी हैं। जबकि भोपाल के रक्मणि, इस्लाउद्दीन, शाजिया एरम, अलफेजुद्दीन, इंशराह काजी और मोहम्मद आरेदुद्दीन शामिल हैं।
पाक से लौटे 250 नागरिक पहुंचे लखनपुर, कड़ी सुरक्षा में किया कश्मीर रवाना
कोरोना के कारण पाकिस्तान में फंसे 250 जम्मू कश्मीरी नागरिक अटारी बॉर्डर से गत वीरवार देर शाम प्रदेश प्रशासन की बसों से जम्मू कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर पहुंचे। प्रशासन के निर्देशों के चलते बसों से आए नागरिकों की लखनपुर में कोरोना जांच नहीं की गई। सभी के वाहनों को कड़ी सुरक्षा में कश्मीर रवाना किया गया।
दो बसें छह बजे, आठ बजे दो और बसें लखनपुर में पहुंचीं। पाकिस्तान से लौटे 250 यात्रियों की लखनपुर में किसी तरह की कोई स्वास्थ्य या अन्य जांच पड़ताल नहीं की गई और न ही किसी को क्वारंटाइन किया। 250 में से जम्मू संभाग के राजौरी के 15 नागरिक भी शामिल हैं। देर रात तक चार ही बसें पहुंची थीं। इन यात्रियों के लखनपुर में पहुंचने पर वहां के प्रशासन को लाइट रिफ्रेशमेंट भी देने के निर्देश सरकार ने दिए थे। देर रात तक चार और बसें पहुंच जाएंगी। जम्मू प्रशासन का आदेश बसों से आ रहे यात्रियों की श्रीनगर में कोरोना जांच होगी।