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मध्य प्रदेश में शादी के जोड़े ने सीएए और एनआरसी के समर्थन में शादी का कार्ड छपवाया

नागरिकता संशोधन कानून 2019 का मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में एक शादी के जोड़े ने काफी अनोखे तरीके से समर्थन दिया है। उन्होंने अपनी शादी का कार्ड सीएए के समर्थन में छपवाया है।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 08:43 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 09:38 AM (IST)
मध्य प्रदेश में शादी के जोड़े ने सीएए और एनआरसी के समर्थन में शादी का कार्ड छपवाया
मध्य प्रदेश में शादी के जोड़े ने सीएए और एनआरसी के समर्थन में शादी का कार्ड छपवाया

भोपाल, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून 2019 (सीएए) और नेशनल रजिस्टर्स फॉर सिटिजन (एनआरसी) का देश के कुछ हिस्सों में विरोध जारी है। इसी बीच मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में एक शादी के जोड़े ने काफी अनोखे तरीके से सीएए को समर्थन दिया है। उन्होंने अपनी शादी का कार्ड सीएए के समर्थन में छपवाया है। उनकी शादी आज 18 जनवरी को होनी है। नरसिंहपुर जिले के दूल्हे प्रभात ने कहा, 'मैं सीएए के बारे में जागरूकता फैलाना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि लोग कानून के बारे में तथ्यों को समझें।'  

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हालांकि यह पहला अवसर नहीं है जब इस अनोखे तरह से सीएए का समर्थन किया गया। इससे पहले उत्तर प्रदेश के संभल जिले एक अन्य जोड़े ने कुछ इसी तरस से नागरिकता कानून और एनआरसी  का समर्थन किया था। मोहित मिश्रा और सोनम पाठक की शादी 3 फरवरी को होनी है। उन्होंने अपनी शादी के निमंत्रण कार्ड पर बड़े-बड़े अक्षरों में हिंदी में लिखवाया है हम सीएए और एनआरसी का समर्थन करते हैं।

धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता का देने का प्रावधान

बता दें कि नागरिकता कानून के संसद में पास होने के बाद काफी विरोध हो रहा है। इस कानून में  31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में सताए जाने की वजह से भारत आए वहां के धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता का देने का प्रावधान है। 

पुलिस को राज्य में शांति बनाए रखने के निर्देश 

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने शुक्रवार को 16 और 17 जनवरी की मध्य रात्रि को यहां  सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान बाहरी लोगों के प्रवेश पर संज्ञान लिया और पुलिस को राज्य में शांति बनाए रखने के निर्देश दिए। राज्य के गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बाला बच्चन ने पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि इंदौर में शांति बनाए रखी जानी चाहिए और राज्य में असामाजिक तत्वों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। 

जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी

इसमें कहा गया कि इंदौर में नागरिकता कानून के विरोध में कुछ बाहरी लोगों के प्रवेश के कारण 16 और 17 जनवरी 2020 की मध्यरात्रि को एक अप्रिय स्थिति पैदा हो गई। इसी के चलते पुलिस ने पूरी घटना में हल्का बल प्रयोग करके जांच के आदेश दिए हैं। जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 


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