Move to Jagran APP

मध्य प्रदेश : दो महीने में सभी जिलों में कोरोना आईसीयू उपचार

सभी जिलों में पुराने कक्षों का ही जीर्णोद्धार कर आईसीयू कक्ष बनाए जा रहे हैं। कोरोना आईसीयू के लिए भारत सरकार से 153 वेंटिलेटर प्रदेश को मिले हैं।

By Neel RajputEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 06:15 AM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 06:15 AM (IST)
मध्य प्रदेश : दो महीने में सभी जिलों में कोरोना आईसीयू उपचार
मध्य प्रदेश : दो महीने में सभी जिलों में कोरोना आईसीयू उपचार

भोपाल,जेएनएन। छोटे जिलों में भी जल्द ही कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज हो सकेगा। इसके लिए सभी जिला अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए आईसीयू तैयार किए जा रहे हैं। सभी जगह पुराने कक्षों का ही जीर्णोद्धार कर आईसीयू कक्ष बनाए जा रहे हैं। करीब दो महीने के भीतर सभी आईसीयू शुरू हो जाएंगे। कुछ जगह तो हफ्ते भर में ही आईसीयू शुरू हो जाएंगे। इसके लिए बिस्तर व अन्य उपकरण भी उपलब्ध हो गए हैं। कोरोना आईसीयू के लिए भारत सरकार से 153 वेंटिलेटर प्रदेश को मिले हैं। इन्हें जिला अस्पतालों को भेज दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि इनमें 102 अत्याधुनिक वेंटिलेटर हैं, जबकि 51 एजीवीए वेंटिलेटर हैं। एजीवीए वेंटिलेटर छोटे आकार के होते हैं। इन्हें विशेष तौर पर कोरोना के इलाज के लिए तैयार किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक बड़े जिला अस्पतालों में 20 बिस्तर, इससे छोटे जिला अस्पतालों में 10 बिस्तर और सबसे छोटे जिला अस्पतालों में पांच बिस्तर के आईसीयू तैयार किए जा रहे हैं। इस तरह प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में मिलाकर 595 बिस्तर के आईसीयू तैयार किए जा रहे हैं। इन आईसीयू का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि कोरोना का संक्रमण खत्म होने के बाद इनका उपयोग दूसरी बीमारियों के लिए किया जा सकेगा। आईसीयू में वेंटिलेटर के अलावा, मल्टी पैरामॉनीटर, डिफेब्रिलेटर, ऑक्सीजन व सक्शन लाइन की सुविधा होगी।

loksabha election banner

आईसीयू नहीं होने से यह हो रही थी दिक्कत

कोरोना का संक्रमण फेफ़़डे में होने की वजह से मरीज को कई बार अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। ऐसी स्थिति में उसे ऑक्सीजन या वेंटिलेटर का सहारा दिया जाता है। प्रदेश के सभी 51 जिला अस्पतालों में मिलाकर अभी तक सिर्फ 95 वेंटिलेटर ही थे। इनमें भी एडवांस वेंटिलेटर तो बड़े जिला अस्पतालों में ही थे। कई जगह वेंटिलेटर चलाने के लिए एनेस्थीसिया विशेषज्ञ ही नहीं थे। कोरोना का संक्रमण प्रदेश के सभी जिलों में फैल चुका है, लेकिन आईसीयू नहीं होने की वजह से मरीजों को पास के मेडिकल कॉलेज में रेफर किया जाता था। अब आईसीयू शुरू होने के बाद अति गंभीर मरीजों को ही रेफर करना पड़ेगा।

भोपाल के जेपी अस्पताल में सिविल कार्य पूरा

भोपाल के जेपी अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 20 बिस्तर का आईसीयू बनाया जा रहा है। यहां पुराने डेंगू वार्ड व एक प्रसूति वार्ड को तोड़कर कोरोना आईसीयू तैयार किया गया है। ऑक्सीजन लाइन व अन्य काम होना अभी बाकी है। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरके तिवारी ने बताया कि करीब 15 दिन में आईसीयू शुरू हो जाएगा।

स्वास्थ्य संचालनालय के संयुक्त संचालक, डॉ. उपेन्द्र दुबे ने बताया कि कुछ जिला अस्पतालों में 20 तो कुछ जगह इससे कम बिस्तर के आईसीयू तैयार किए जा रहे हैं। भारत सरकार से वेंटिलेटर भी मिले हैं। जैसे-जैसे आईसीयू तैयार होते जाएंगे उन्हें शुरू कर दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.