International Women Day: वैलेंटाइन डे पर मिला था प्रेमी का खत, नक्सली मांद से भाग आई जयो, जानें पूरी कहानी
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के एक दिन पहले दंतेवाड़ा में एक लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया।
दंतेवाड़ा, राज्य ब्यूरो। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के एक दिन पहले दंतेवाड़ा में एक लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया। खास बात यह है कि डिस्ट्रिक रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की महिला कमांडो उसे इंद्रावती नदी पार स्थित नक्सली मांद से रेस्क्यू कर जिला मुख्यालय लेकर आई। आत्मसमर्पण करने वाली नक्सली को उसके प्रेमी ने खत लिखकर प्रेरित किया था, जिसके बाद उसने मुख्यधारा में लौटने का मन बना लिया था।
आत्मसमर्पण करने की रोचक कहानी
नक्सली संगठन के माड़ डिवीजन की सीएनएम (चेतना नाट्य मंडली) की अध्यक्ष जयो उर्फ जयमति स्ताम के आत्मसमर्पण करने की कहानी भी रोचक है। अब वह अपने प्रेमी लक्ष्मण के साथ सुखी जीवन जीना चाहती है। साथ ही, डीआरजी की टीम में शामिल होकर नक्सलियों से लोहा लेने की इच्छा भी रखती है। दरअसल, जयो स्ताम ओरछा के कोकेर गांव की है। जयो नक्सलियों की प्रताड़ना की शिकार थी। नक्सल संगठन में रहने के दौरान नक्सली लक्ष्मण अटामी से वह प्रेम करती थी, जो पांच लाख रुपये का इनामी था। लक्ष्मण वर्ष 2019 में आत्मसमर्पण कर डीआरजी का हिस्सा बन गया है। एसपी दंतेवाड़ा ने आत्मसमर्पण के बाद जयो को 10 हजार रुपये नगद प्रोत्साहन राशि सौंपकर अन्य औपचारिकताएं पूरी करवाई।
वैलेंनटाइन डे पर भेजा था खत
14 फरवरी को वैलेंटाइन डे पर एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव की अपील पर आत्म समर्पण कर चुके लोगों ने संगठन में रहने वाले अपने प्रेमी-प्रेमिकाओं और परिजनों को पत्र भेजकर मुख्यधारा में जुड़ने की अपील की थी। इनमें लक्ष्मण भी शामिल था।
लक्ष्मण का खत जयो को मिला तो वह संगठन छोड़ने को सहर्ष तैयार हो गई और जवाबी खत में कहा कि उसे नक्सली मांद से निकलने नहीं दिया जा रहा है। कोई जंगल की सीमा तक आए तो वह उसके साथ भाग निकलेगी। लक्ष्मण ने यह बात एसपी को बताई और रणनीति के तहत डीआरजी की महिला कमांडो की एक टीम हांदावाड़ा जलप्रपात तक पहुंची। इसके बाद ग्रामीण वेशभूषा में महिला कमांडो की टीम ने जंगल में घुसकर जयो को नदी पार कराया, जहां लक्ष्मण उसका इंतजार कर रहा था। महिला कमांडो के साथ जयो और लक्ष्मण वहां से बाइक से सीधे एसपी दफ्तर पहुंचे और आत्मसमर्पण की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दोनों शांतिकुंज चले गए।
दंतेवाड़ा के एसपी पल्लव का कहना है कि आत्मसमर्पण कर चुके लक्ष्मण ने वैलेंटाइन डे पर एक लाख रुपये की इनामी अपनी नक्सली प्रेमिका को खत लिखा था, जिसका सकारात्मक जवाब आने पर रणनीति के तहत महिला कमांडो की टीम भेजकर उसको रेस्क्यू कराया गया। उम्मीद है आगे और भी लोग इसी तरह समाज की मुख्यधारा में जुड़ेंगे।