Move to Jagran APP

200 करोड़ की प्रॉपर्टी के लालच में सबसे बड़ी बेटी लवली ने ही खत्म करवा दिया रजवाड़ा परिवार

राजेश मलकानिया, पंचकूला : पंचकूला के गाव खटौली में हुई चार हत्याओं के मामले में पंचकूला

By Edited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 07:47 AM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 07:47 AM (IST)
200 करोड़ की प्रॉपर्टी के लालच में सबसे बड़ी बेटी लवली ने ही खत्म करवा दिया रजवाड़ा परिवार
200 करोड़ की प्रॉपर्टी के लालच में सबसे बड़ी बेटी लवली ने ही खत्म करवा दिया रजवाड़ा परिवार
राजेश मलकानिया, पंचकूला : पंचकूला के गाव खटौली में हुई चार हत्याओं के मामले में पंचकूला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस के अनुसार रजवाड़े परिवार की बेटी लवली ने ही जायदाद और रुपयों के लालच में अपनी ही मा, दो भतीजों एवं भतीजी की निर्मम हत्या करवा दी। पुलिस ने राजबाला की सबसे बड़ी बेटी नवीता उर्फ लवली को ही इन हत्याओं की मुख्य आरोपित के तौर पर गिरफ्तार किया है। लवली ने ही पूरी साजिश रची थी और सुपारी देकर चारों की हत्याएं करवाई। हालाकि अभी यह खुलासा नहीं हो पाया है कि लवली के साथ वारदात में परिवार के और कितने सदस्य शामिल हैं और सुपारी किलर कौन है? पुलिस बुधवार को लवली को कोर्ट में पेश करके रिमाड पर लेगी। मां नहीं देने को तैयार हुई अपने पोतो-पोती का हक पुलिस सूत्रों के अनुसार लवली की अपनी मा राजबाला की लगभग 100 एकड़ जमीन और हाल ही में उनके अकाउंट में आए 53 लाख रुपयों पर नजर थी। लवली ने अपनी मा से कहा था कि यह 53 लाख रुपये उसके अकाउंट में ट्रासफर करवा दे, लेकिन राजबाला इस बात के लिए तैयार नहीं हुई और उससे गुस्सा होकर लवली ने मा और अपने भतीजे-भतीजी को मौत के घाट उतारने का फैसला कर लिया था। लवली के दो रिश्तेदार भी वारदात में शामिल सूत्र बताते हैं कि इस पूरी वारदात में लवली के दो रिश्तेदार भी शामिल हैं, जिनके साथ उसने पूरी प्लानिंग की है। यूपी से किसी सुपारी किलर के माध्यम से यह हत्या करवाई गई है। जिसके बारे रिमाड के दौरान लवली खुलासा कर सकती है। यूं रची परिवार खत्म करने की प्लानिंग लवली और उसका बेटा विजय, जोकि अकसर गाव खटौली स्थित राजबाला के घर पर रहते थे, वे प्लानिंग के तहत राजबाला के घर से 16 नवंबर को ही शाम चार बजे चले गए। इसके बाद लवली ने देर रात किसी सुपारी किलर को भेजकर राजबाला, उनकी पोती ऐश्वर्या (18), दिवाशु (15) और आयुष (12) को मौत के घाट उतरवा दिया था। बच न जाए कोई, सिर में ही मारी गोली सुपारी किलर ने इन चारों के सिर में देसी पिस्तौल से 9 गोलिया दागी थी। 17 नवंबर की सुबह 7 बजे ही शोर मच गया था कि राजबाला, उनकी पोती और दो पोतों की हत्या हो गई है। लवली हत्याकाड का पता चलने के 5 घटे बाद मौके पर आई थी और जमकर रोने का ड्रामा किया था, ताकि किसी को शक न हो। परंतु राजबाला के ड्राइवर के बयानों के आधार पर लवली पहले दिन से ही पुलिस के शक के घेरे में थी। जिसके बाद अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। राजबाला, उनकी पोती और दो पोतों की हत्या के आरोप में नवीता उर्फ लवली को गिरफ्तार कर लिया गया है। लवली ने पूछताछ में मान लिया है कि उसने ही चारों की हत्या करवाई थी। अब उसे रिमाड में लेकर हत्या किससे करवाई और कौन लोग शामिल हैं, के बारे में पूछताछ की जाएगी। -कमलदीप गोयल, पुलिस उपायुक्त राजेंद्र सिंह के नाम थी करोड़ों की कीमती जमीन राजबाला पंचकूला के एक रजवाड़े परिवार से संबंध रखती थीं। उनके पति राजेंद्र सिंह के नाम पर पंचकूला कई सौ एकड़ जमीन थी। परंतु पंचकूला में जब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा सेक्टर काटे गए, तो उनकी जमीनें भी अधिगृहीत कर ली गई। आज भी राजबाला के नाम पर लगभग 100 एकड़ जमीन पंचकूला के शहरी एवं ग्रामीण एरिया में है। उसके बाद कई तोले सोना एवं बैंक अकाउंटों में लाखों रुपये की नकदी पड़ी है। अपने बेटे विजय के नाम करवाना चाहती थी प्रॉपर्टी राजबाला के बेटे उपेंद्र ने 2008 में आत्महत्या कर ली थी। उसके दो वर्ष बाद राजबाला के पति राजेंद्र सिंह की मौत हो गई थी। राजबाला की बहू और उपेंद्र की पत्‍‌नी सुधा वर्ष 2016 से ही संदिग्ध परिस्थितियों में लापता है। इसके बाद राजबाला ने अपनी बेटियों को उनका हक भी दे दिया था। परंतु उसके बाद भी राजबाला के नाम अरबों रुपये की जमीन ने लवली की नीयत खराब कर दी। राजबाला के दो पोते दिवाशु और आयुष थे, जोकि उपेंद्र के बेटे थे, जिनके नाम पर राजबाला पूरी संपत्ति करने वाली थी। यह बात लवली का नागवार गुजर रही थी, क्योंकि वह अपने बेटे विजय के नाम पर भी संपत्ति करवाना चाहती थी, जिसके लिए राजबाला कतई तैयार नहीं थी। इस कारण लवली ने राजबाला के वंश को ही खत्म करवाने की ठान ली थी। शैली है अंतिम वारिस राजेंद्र सिंह वंश की अंतिम वारिस शैली (10) ही अब बची है। शैली अपनी बुआ अंजना के साथ जीरकपुर रहती थी। मा सुधा के गायब होने के बाद बुआ अंजना शैली को अपने साथ ले गई थी। इसलिए शैली बच गई। शैली ही अब राजबाला की पूरी संपत्ति की एकमात्र वारिस है।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.