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भोलेनाथ ने दी विष पीने और उसे पचाने की शक्ति: मोदी

उन्होंने कहा कि मैंने अपनी यात्रा वडनगर से शुरू की और अब काशी पहुंच गया हूं। वडनगर की भांति काशी भी भोले बाबा की नगरी है।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Sun, 08 Oct 2017 09:56 PM (IST)Updated: Sun, 08 Oct 2017 09:56 PM (IST)
भोलेनाथ ने दी विष पीने और उसे पचाने की शक्ति: मोदी
भोलेनाथ ने दी विष पीने और उसे पचाने की शक्ति: मोदी

जागरण संवाददाता, अहमदाबाद। अपनी गुजरात यात्रा के दूसरे दिन रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मस्थान वडनगर पहुंचे। प्रधानमंत्री बनने के बाद वे पहली बार अपने गृहनगर पहुंचे हैं। इस मौके पर उन्होंने रोड शो किया और जनसभा को भी संबोधित किया। राज्य का मुख्यमंत्री बनने के बाद से अपने खिलाफ होने वाले हमलों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भोले बाबा के आशीर्वाद ने मुझे विष पीने और उसे पचाने की शक्ति दी। इसी क्षमता के कारण मैं 2001 से अपने खिलाफ विष वमन करने वाले सभी लोगों से निपट सका। इस क्षमता ने मुझे इन वर्षो में समर्पण के साथ मातृभूमि की सेवा करने की शक्ति दी।

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उन्होंने कहा कि मैंने अपनी यात्रा वडनगर से शुरू की और अब काशी पहुंच गया हूं। वडनगर की भांति काशी भी भोले बाबा की नगरी है। भोले बाबा के आशीर्वाद ने मुझे बहुत शक्ति दी है और यही ताकत इस धरती की ओर से मुझे मिला सबसे बड़ा उपहार है। जनसभा में मोदी खुद को गुजराती बोलने से नहीं रोक पाए। काफी समय तक उन्होंने गुजराती में भी लोगों को संबोधित किया।

स्कूल की मिट्टी को तिलक लगाया

प्रधानमंत्री वडनगर पहुंचते ही अपने स्कूल श्री बीएन हाईस्कूल को देखकर भावुक हो गए। मातृभूमि को नमन किया तथा माथे पर माटी से तिलक किया। उन्होंने हाटकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना इससे पहले प्रोटोकॉल तोड़ अपने लोगों से दिल खोलकर मिले।

एक घंटा पहले ही पहुंच गए

करीब सात साल बाद यहां पहुंचे मोदी को एक झलक देखने के लिए वडनगर के लोग बेताब दिखे। रोड शो के दौरान पीएम ने भी लोगों की भावना की कद्र करते हुए प्रोटोकॉल तोड़ दिया और कार से उतरकर पैदल ही चलने लगे। मोदी भी अपने शहर पहुंचने के लिए इतने उत्सुके थे कि तय समय से करीब एक घंटा पहले ही पहुंच गए। बचपन के दोस्तों की उम्र याद करते हुए उन्होंने कहा कि कइयों के हाथ में अब लाठी आ गई है।

यूरिया की चोरी बंद की

मोदी ने कहा कि पहले यूरिया के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखे जाते थे। कई राज्यों के मुख्यमंत्री तक यूरिया के लिए सिफारिश किया करते थे। पहले की सरकारों ने चोरों के लिए रास्ते खोल रखे थे। यूरिया की चोरी धड़ल्ले से होती थी। लेकिन, उनके पीएम बनने के बाद अब यह सिलसिला बंद हो गया।

15 साल बाद स्वास्थ्य नीति

मोदी ने कहा कि 15 वर्ष बाद केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य नीति बनाकर टीकाकरण से वंचित बालकों का टीकाकरण करने का अभियान शुरू किया है। देश के डॉक्टरों ने सरकार के आह्वान को स्वीकार कर हर महीने की नौ तारीख को गरीब प्रसूताओं को मुफ्त सेवा दी है। इस दौरान 85 लाख महिलाओं को नि:शुल्क दवा और उपचार प्रदान किया है। इसके चलते पिछले तीन वर्ष में माता एवं बालक मृत्यु दर में तेजी से कमी आई है।

सूरत से जयनगर के लिए ट्रेन

मोदी ने रविवार को सूरत से जयनगर (बिहार) तक जाने वाली ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि बिहार से रोजगार के लिए युवा गुजरात आते हैं। वे अपने माता-पिता को छोड़कर यहां आते हैं। सूरत से सीधे बिहार के लिए ट्रेन सुविधा ऐसे लोगों को घर से जोड़े रखेगी।

ढाई हजार साल पुराना इतिहास

प्रधानमंत्री मोदी ने वडनगर की ऐतिहासिकता का जिक्र करते हुए कहा कि ढाई हजार सालों से यह जीवित रहा है। उन्होंने कहा कि जब वह पहली बार मुख्यमंत्री बने तो पुरातत्व विभाग को उत्खनन करने का आदेश दिया। इससे वडनगर की प्राचीनता के बारे में जानकारी मिली। यहां पर बौद्ध भिक्षुओं ने शिक्षा-दीक्षा हासिल की थी। वडनगर पहले आनंदपुर नाम से जाना जाता था। यहां पर मशहूर चीनी यात्री ह्वेनसांग भी अपनी भारत यात्रा के दौरान रुके थे।


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