दिल्ली में पुराने नोट जमा करवाने के नाम पर 45 लाख की लूट
14 नवंबर को हुई घटना की शिकायत 30 नवंबर को पंजाबी बाग थाने में दर्ज हुई है। पुलिस ने लूटपाट का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। नोटबंदी के चलते परेशान एक आइटी कंसल्टेंट को एक परिचित से लाखों रुपये घर पर होने की बात कहना मंहगा पड़ा। एक परिचित ने बैंक में रुपये जमा करवाने का आश्वासन देकर उसे अपने जाल में फंसाया और फिर अपने सहयोगियों के साथ जान से मारने की धमकी देकर उससे 45 लाख रुपये के पुराने नोट लूट लिए।
14 नवंबर को हुई घटना की शिकायत 30 नवंबर को पंजाबी बाग थाने में दर्ज हुई है। पुलिस ने लूटपाट का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक आइटी कंसल्टेंट वरुण मोहन रोहिणी सेक्टर तीन में रहता है। दर्ज कराई गई शिकायत में वरुण ने पुलिस को बताया कि नोटबंदी की घोषणा के समय उसके पास 45 लाख रुपये थे। वह अकेले रुपये लेकर बैंक में नहीं जाना चाहता था। उसने अपने एक परिचित कनॉट प्लेस निवासी केशव को इस बारे में बताया। केशव ने वरुण के 45 लाख रुपये को बैंक खाते में जमा करवाने का आश्वासन दिया।
14 नवंबर को वरुण कार में नकदी लेकर पंजाबी बाग लालबत्ती पर पहुंचा, जहां केशव और उसका दोस्त मनीष वरुण का इंतजार कर रहे थे। वरुण को देखते ही दोनों उसकी कार में सवार हो गए थे। कुछ दूरी तय करते ही केशव ने कार को रोकने के लिए कहा। फिर केशव ने फोन कर कुछ युवकों को बुलाया। युवकों के आने के बाद केशव और मनीष ने वरुण पर पिस्तौल तान दिया और जान से मारने की धमकी देकर रुपये लेकर फरार हो गए।