राजस्थान से आया टिड्डी दल उज्जैन तक पहुंचा, 12 वर्ग किमी का क्षेत्र ढंका, कराया जा रहा स्प्रे
राजस्थान से मंदसौर होते हुए मध्य प्रदेश में घुसा टिड्डियों का दल मंगलवार शाम को उज्जैन जिले में पहुंच गया। टिड्डियों को भगाने के लिए स्प्रे कराया जा रहा है।
पानबिहार/उज्जैन, जेएनएन। राजस्थान से मंदसौर होते हुए मध्य प्रदेश में घुसा टिड्डियों का दल मंगलवार शाम को उज्जैन जिले में भी पहुंच गया। रात में टिड्डी दल ने पानबिहार के रनाहेड़ा गांव में था। टिड्डियों की संख्या इतनी अधिक थी कि करीब 12 वर्ग किमी क्षेत्र ढंक गया। इनसे फसलों को बचाने के लिए किसानों ने तेज आवाजें निकालीं। मशाल जलाकर झुंड के पीछे भी दौड़े। बुधवार सुबह चार बजे कीटनाशक स्प्रे कर टिड्डी दल को मारने की रूपरेखा बनाई गई। केंद्रीय टिड्डी नियंत्रण दल ने नौ स्प्रे गाड़ियों से स्प्रे कराया। इस अभियान में फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां और 11 ट्रैक्टर स्प्रे पंप की मदद ली गई।
बताया जाता है कि स्प्रे कराने के बाद हजारों टिड्डियां खत्म हो गईं। इस बीच नीमच जिले में बुधवार को टिड्डी दल फिर पहुंच गया। पहला दल जावद के हनुमंतिया, गुर्जर खेड़ी, खोर, नयागांव, केशरपुरा, कानका, सगराना होता हुआ नीमच तक पहुंचा। दूसरा कनावटी से सक्रिय हो गया। कृषि विभाग का कहना है कि राजस्थान के मरूस्थल में नौ टिड्डी दल और सक्रिय हो रहे हैं। टिड्डियां जीरन तहसील के बरखेड़ा गुर्जर, अरनिया बोराना, सकरानी जागीर, धौकलखेड़ा, कुचड़ौद गांवों के आसपास पहुंच चुकी हैं। इन्हें खदेड़ने के लिए किसानों ने आग जलाई और आवाजें की।
मंदसौर में राजस्थान तरफ से टिड्डियों ने एक बार फिर धावा बोला। टिड्डी दल मल्हारगढ़ तहसील में घुसा और देखते-देखते भैसाखेड़ा, निनोरा, खोखरा, अमरपुरा पहुंचा गया जहां किसानों ने ढोल, डीजे, बजाकर दल को भगाया। बाद में टिड्डियां सोनी, खोखरा, निनोरा, चंदवासा आदि गांवों में पहुंची और शाम होते होते मुल्तानपुरा, गुराड़िया देदा पहुंच गईं। देवास जिले में शाजापुर और उज्जैन की ओर से टिड्डी दल का हमला हुआ। शहर में बड़ी संख्या में टिड्डियां उड़ती रहीं। इससे वाहन चालकों को भी परेशानी भी हुई। इंदौर से विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का एक दल टिड्डियों से बचाव के लिए देवास जिले में पहुंचा।