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मध्य प्रदेश में नहीं रुक रहा टिड्डियों का आतंक, कई जगहों पर न फसल छोड़ी और न ही पेड़ों के पत्ते

7 से 8 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैलीं टिड्डियों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि किसान जितनों को उड़ाते उससे कई गुना ज्यादा आकर पेड़ों व फसलों में बैठ जातीं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sat, 20 Jun 2020 06:33 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jun 2020 06:35 PM (IST)
मध्य प्रदेश में नहीं रुक रहा टिड्डियों का आतंक, कई जगहों पर न फसल छोड़ी और न ही पेड़ों के पत्ते
मध्य प्रदेश में नहीं रुक रहा टिड्डियों का आतंक, कई जगहों पर न फसल छोड़ी और न ही पेड़ों के पत्ते

श्योपुर-शिवपुरी, जेएनएन। मध्य प्रदेश में टिड्डियों का आतंक नहीं रुक रहा है। गांव क्षेत्र में किसान परेशान हैं तो वहीं अब टिड्डियों ने शहरी क्षेत्रों में लोगों की जीना दूभर कर दिया है। शहरी क्षेत्रों में आसमान में मंडराता टिड्डियों का समूह अब पेड़ों के पत्ते खा रहे हैं, तो लोेगों के घरों की छतों में टिड्डी अपना डेरा जमा ले रहीं हैं। श्योपुर के सोईकला में शुक्रवार रात टिड्डी दल गांवों में टूट पड़ा। खेतों की फसलों से लेकर झाड़ी व पेड़ों के पत्तों तक को चट कर दिया। कृषि विभाग की टीम ने सुबह पहुंचकर दवा का छिड़काव किया तब टिड्डी के प्रकोप से गांवों को राहत मिली।

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सात से आठ किलोमीटर क्षेत्र में फैला टिड्डियों का दल 

वहीं, शिवपुरी शहर में टिड्डी दल दोपहर के समय नजर आया। लोगों पटाखे चलाए तो वहीं महिलाओं ने थाली व डिब्बे बजाकर उन्हें उड़ाया। श्योपुर जिले में बीते तीन दिन से टिड्डी दल ने कोहराम मचाया हुआ है। बड़ौदा से लेकर कराहल तक टिड्डी दल आगे की ओर बढ़ गया। एक-दो गांवों को छोड़कर कहीं ज्यादा नुकसान नहीं हुआ लेकिन शुक्रवार-शनिवार की रात बड़ौदा राम, शीशवाली, सौंठवा, ज्वालापुर, भीकापुर, गोपालपुरा, रूपनगर व रजड़ाई के माढ़ में टिड्डी दल ने ऐसा धावा बोला कि सुबह होने तक कटीली झाड़ियों से लेकर बड़े-बड़े  पेड़ों में पत्ते तक नहीं बचे। 7-8 किमी के क्षेत्रफल में फैलीं टिड्डियों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि किसान जितनों को उड़ाते उससे कई गुना ज्यादा आकर पेड़ों व फसलों में बैठ जातीं। 

रात में लौटे, सुबह किया दवा का छिड़काव

सूचना पर कृषि विभाग की टीम रात में ही दवा छि़ड़कने पहुंच गई लेकिन तेज आंधी के बाद झमाझम बारिश के कारण दवा छि़ड़कने वाली गाड़ियां नहीं पहुंच पा रही थीं। अल सुबह साढ़े 4 बजे दो फायर ब्रिगेड से दवा छिड़कना शुरू कर दिया। लाखों की संख्या में सड़कों पर मरी हुई टिड्डियां पड़ी हैं।


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